भारत और बांग्लादेश ने शनिवार को व्यापक सीमा प्रबंधन समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसका उद्देश्य सीमा प्रबंधन की गुणवत्ता को बढ़ाना और मानव तस्करी तथा मादक पदार्थों एवं हथियारों की तस्करी से निपटने के लिए संयुक्त निगरानी जैसे कदमों के जरिए सीमा पार सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
व्यापक सीमा प्रबंधन समक्षौते पर बांग्लादेश की यात्रा पर गए गह मंत्री पी चिदंबरम और उनके बांग्लादेशी समकक्ष सहारा खातून की उपस्थिति में बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के महानिदेशक मेजर जनरल अनवर हुसैन और सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक रमन श्रीवास्तव ने हस्ताक्षर किए। सहारा ने चिदंबरम के साथ दो घंटे तक बातचीत के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, हमने अभी-अभी एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है, जिसमें सीमा मुद्दों के व्यापक और संयुक्त प्रबंधन के लिए सीमा प्रबंधन समन्वय योजना है।
गृह मंत्री पी चिदंबरम की यह यात्रा ऐसे समय पर हो रही है जब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सितंबर में बांग्लादेश की यात्रा पर आने वाले हैं। चिदंबरम ने कहा कि यह समझौता सीमा पार अपराधों से निपटने समेत सभी लंबित सीमाई मुद्दों को सुलझाने के लिए अपेक्षित था। उन्होंने कहा कि यह समझौता सीमा प्रबंधन की गुणवत्ता को बढ़ाएगा और सीमा के आर-पार सुरक्षा को सुनिश्चित करेगा। भारत और बांग्लादेश के बीच 4096 किलोमीटर लंबी सीमा है जिसमें से 6.1 किलोमीटर का सीमाकंन किया जाना अभी बाकी है। इस प्रक्रिया से परिचित अधिकारियों ने बताया कि समझौते से सीमा की कुछ जगहों पर सीमा पार अपराधों जैसे मानव, हथियार तथा नशीले पदार्थ की तस्करी आदि की संयुक्त निगरानी संभव होगी।
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