पंजाब और उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग पूरी हो गई है। पंजाब में 77 फीसदी तो पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में 70 फीसदी वोटिंग हुई। उत्तराखंड में बीजेपी की सीधी टक्कर कांग्रेस के साथ है तो पंजाब में कांग्रेस के खिलाफ अकाली-बीजेपी गठबंधन है। उत्तराखंड विधानसभा की 70 सीटों के लिए सोमवार सुबह मतदान शुरू हुआ लेकिन अत्यधिक ठंड के कारण मतदान की रफ्तार धीमी बनी रही। हालांकि दिन चढ़ने के साथ मतदान केंद्रों पर वोट डालने वालों की कतारें दिखाई देने लगीं। राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने कहा कि मतदान शुरू होने के प्रथम दो घंटों में मात्र 10 प्रतिशत वोट पड़े, और दोपहर तक यह आंकड़ा बढ़कर केवल 20 प्रतिशत ही हो पाया था।
पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार शाम पांच बजे तक लगभग 65 फीसदी मतदान हुआ। राज्य में कुल 1.76 करोड़ मतदाता हैं। कई मतदान केंद्रों के बाहर भारी संख्या में मतदाता कतार में खड़े देखे गए। एक निर्वाचन अधिकारी के अनुसार कतार में खड़े सभी मतदाताओं को मतदान की अनुमति दी जाएगी। अपराह्न् तीन बजे तक लगभग 60 फीसदी मतदाता वोट डाल चुके थे। राज्य में हाथापाई की कुछ घटनाओं को छोड़कर हिंसा की कोई बड़ी घटना नहीं हुई। सबसे अधिक 65 फीसदी मतदान पंजाब के मालवा क्षेत्र के बरनाला जिले में हुआ। मालवा क्षेत्र के जिलों में 117 सीटों वाली विधानसभा की 65 सीटें हैं। राज्य का यही क्षेत्र तय करता है कि सरकार किस पार्टी की बनेगी। इस क्षेत्र में 55 से 60 फीसदी तक मतदान हुआ।
दोआबा क्षेत्र के जालंधर में 60 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। वहीं माझा के अंतर्गत आने वाले सीमावर्ती तरन तारन और गुरदासपुर जिलों में 51 फीसदी मतदान की खबर है। राज्य के 19,841 मतदान केंद्रों पर मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ था। अधिकारियों ने यहां बताया कि निर्वाचन आयोग को विभिन्न जिलों से शिकायतें मिलीं और शिकायतों के अनुरूप जरूरी कार्रवाई की गई।
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