बिहार के सुशासन पुरुष के राज्य में स्वास्थ्य मंत्री ने जन स्वास्थ्य चेतना यात्रा में हड़ताल की धमकी देने वाले जूनियर डॉक्टरों के हाथ काट लेने का फरमान सुनाया. स्वस्थ बिहार मुहिम के तहत बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने डॉक्टरों को उनकी ड्यूटी याद दिलाते हुए कहा कि अस्पताल का काम छोड़कर प्राइवेट प्रैक्टिस करने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने आए दिन जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल की धमकियों को गंभीरता से लेते हुए कह डाला कि "धमकी देने वालों के मैं हाथ काट लूँगा". गौरतलब है कि वेतन वृद्धि के मुद्दे पर 31 जनवरी से हड़ताल पर जाने का ऐलान कर चुके हैं.
बिहार में स्वस्थ बिहार मुहिम 28 जनवरी से जन स्वास्थ्य चेतना यात्रा के रुप में गांधी मैदान पटना शुरु हुई. इसके तहत राज्य के स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों की जांच की जाएगी. इसका 30 अप्रैल को समापन भागलपुर में होगा. राज्य के 10 हजार से ज्यादा स्वास्थ्य केंद्रों में लोगों का स्वास्थ्य जांचा जाएगा.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि गत वर्ष स्वास्थ्य महाकुंभ में तकरीबन 33 लाख मरीजों का इलाज किया गया था. यह पहला राज्य है जहां एक्युप्रेशर, आयुर्वेद विधि से सात लाख लोगों की जांच की गई थी. इस बार एक करोड़ लोगों के स्वास्थ्य की जांच करने का लक्ष्य है. स्वास्थ्य महाकुंभ के माध्यम से जनसंख्या नियंत्रण, सुरक्षित प्रसव, छात्र-छात्रों को कृमि मुक्त करने के लिए स्कूलों में दवा वितरण, कालाजार उन्मूलन तथा मोतियाबिंद ऑपरेशन आदि अभियान शामिल है. उन्होंने कहा कि भ्रूण जांच करने वाले चिकित्सकों एवं करवाने वाले अभिभावकों पर भी कार्रवाई की जाएगी. भागलपुर मेडिकल कॉलेज में शीघ्र ही स्नातकोत्तर की पढ़ाई प्रारंभ की जाएगी.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें