तेंडुलकर को वनडे से संन्यास लेने की सलाह. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 22 फ़रवरी 2012

तेंडुलकर को वनडे से संन्यास लेने की सलाह.


ट्राइएंगुलर सीरीज में अब तक बुरी तरह से फ्लॉप रहे सचिन तेंडुलकर से सन्यांस लेने की अपील करने वाले दिग्गज क्रिकेटरों की संख्या दिनोंदिन बढ़ती ही जा रही है। कपिल देव के बाद अब देश के सफलतम कप्तान सौरभ गांगुली और सुनील गावसकर ने भी उन्हें परोक्ष रूप से वनडे क्रिकेट से संन्यास लेने की सलाह दे दी। वहीं, क्रिकेटर और राजनेता कीर्ति आजाद ने तो खुलेआम कह दिया कि पूरा देश सचिन को महाशतक लगाते देखना चाहता है लेकिन टीम की कीमत पर इसका और इंतजार नहीं किया जा सकता। 

गांगुली ने कहा कि सचिन अभी 39 साल के हैं और 2015 का वर्ल्ड कप नहीं खेल पाएंगे, ऐसे में उन्हें टेस्ट करियर लंबा खींचने के लिए वनडे फ़ॉर्मैट को अलविदा कह देना चाहिए। सचिन के संन्यास के सवाल पर गांगुली ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा, ' सचिन को खुद से पूछना चाहिए कि क्या वह खुद को वनडे फ़ॉर्मैट में खेलने के लिए फिट पाते हैं। क्या उन्हें कुछ टूर्नामेंट छोड़ने से आठ-नौ महीने बाद वनडे सीरीज खेलने में मदद मिल रही है? ' उन्होंने कहा, ' तेंडुलकर के कुछ टूर्नामेंट में खेलने और कुछ में नहीं खेलने से टीम की लय प्रभावित हो रही है। उन्हें खुद से पूछना चाहिए कि क्या यह करना ठीक है? यदि वह इन सवालों का जवाब नहीं दे पाते हैं तो उन्हें वनडे छोड़कर सिर्फ टेस्ट खेलना चाहिए।' 

वनडे में सचिन के साथ सबसे सफल ओपनिंग जोड़ी बनाने वाले गांगुली ने हालांकि कहा कि संन्यास का समय चुनना सचिन का अधिकार है और उन्हें ही यह फैसला करना चाहिए कि वह कब अंतर्राष्ट्रीय या वनडे क्रिकेट छोड़ना चाहते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सचिन को पिछले साल वर्ल्ड कप के बाद संन्यास ले लेना चाहिए था, क्योंकि वह वनडे में सब कुछ हासिल कर चुकें हैं। 

1983 की वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य रहे कीर्ति आजाद ने भी सचिन सहित टीम इंडिया के सीनियर्स पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा,'सचिन बेशक महान क्रिकेटर हैं, लेकिन टीम से बड़ा कोई नहीं है। अगर सिर्फ पुराने रिकॉर्ड के लिए ही चयनकर्ता सीनियर खिलाडि़यों को ढो रहे हैं, तो फिर उनके अलावा गावसकर और कपिल जैसे कई क्रिकेटर हैं जिन्हें टीम में होना चाहिए।'  कीर्ति ने बेबाकी से कहा कि महाशतक का इंतजार सबको है, लेकिन यह सचिन को सोचना होगा कि वह इसके लिए कितना इंतजार करेंगे। अब वक्त आ गया है कि सचिन फैसला करें कि उन्हें क्या करना है। सुनील गावसकर ने भी कहा कि अगर चयनकर्ताओँ को लगता है कि वनडे में अब सचिन का कोई भविष्य नहीं है, तो उन्हें सूचित कर देना चाहिए। इसके बाद सचिन को कॉल लेना चाहिए। 

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