विकास की रफ्तार धीमी न हो इसके लिए सदैव प्रयास करो तभी विकसित होगा ‘अपना बिहार’। बिहारी बनो और बिहार को आगे बढ़ाओ। जमुई जिले के स्थापना दिवस समारोह में पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुछ इसी अंदाज में लोगों से आह्वान किया तो इसका जवाब तालियों की गड़गड़ाहट से मिला।
मुख्यमंत्री ने जिले के विभिन्न विभागों के 452.66 करोड़ की लागत से 192 योजनाओं का बटन दबाकर उद्घाटन और शिलान्यास किया। मौके पर उन्होंने स्मारिका का भी विमोचन किया। सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जमुई में महिला कॉलेज जल्द खोला जाएगा। इसके लिए सभी प्रक्रियाएं पूरी कर ली गई है।
सीएम ने शिक्षा विभाग से तत्काल भाड़े के मकान में कालेज का कामकाज शुरू कर देने को कहा। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने जिले के सोनो प्रखंड स्थित बरनार नदी के रक्साबुझायत धार पर आठ करोड़ की लागत से पुल बनाने की भी घोषणा की ।
सभा में मुख्यमंत्री केंद्र के प्रति काफी उग्र नजर आए। उन्होंने कहा कि बिहार में बिजली संकट केंद्र की देन है। मुजफ्फरपुर और बरौनी थर्मल पावर की क्षमता पांव सौ मेगावाट बढ़ाना चाह रहे हैं लेकिन केंद्र सरकार कोयला का लिंकअप नहीं दे रही है जिससे उत्पादन प्रभावित हो रहा है। निजी क्षेत्र के उद्यमी भी यहां बिजली घर लगाना चाह रहे हैं लेकिन उन्हें भी कोयले का लिंकअप नहीं मिल रहा है। केंद्र अगर कोयला का लिंकअप दे तो बिहार में बिजली का इतना उत्पादन होगा कि बिजली बेचनी पड़ेगी।
पटना के ग्लोबल समिट में आए नेपाल के प्रधानमंत्री से बाढ़ से बचाव के लिए जल प्रबंधन पर हुई चर्चा का हवाला देते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि नेपाल जल प्रबंधन कर पनबिजली बनाने जा रहा है। इसके लिए बड़े-बड़े डैम बनाए जाएंगे इससे उत्तर बिहार में बाढ़ की समस्या का समाधान हो जाएगा। सभा में जिले के प्रभारी सह पंचायती राज मंत्री भीम सिंह ने कहा कि राज्य की सभी पंचायतों में 61 लाख रुपए की लागत से पंचायत सरकार भवन बनाया जाएगा। सभा को कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह, सांसद भूदेव चौधरी, पुतुल देवी, विधायक अजय प्रताप, सुमित कुमार सिंह, ई. शंभू शरण, नवल किशोर सिंह, प्रो. सुखदेव ठाकुर आदि ने संबोधित किया।
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