देश के 300 छोटे और बड़े शहरों में पाइप के जरिए सीधे रसोई में गैस पहुंचाई जाएगी। शहरी गैस वितरण योजना के तहत यह गैस आपके घरों में आएगी। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री जयपाल रेड्डी ने यहां सातवें एशिया गैस भागीदारी शिखर सम्मेलन में इसकी जानकारी दी। राजधानी दिल्ली व एनसीआर के कई इलाकों में इस पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) की आपूर्ति की जा रही है। मेरठ और आगरा जैसे शहरों में भी जल्द इसकी शुरुआत की जाएगी।
जयपाल रेड्डी ने कहा कि वर्ष 2017 तक देश में 30,000 किलोमीटर लंबी राष्ट्रीय गैस ग्रिड तैयार हो जाएगी। पाइपलाइन के इस व्यापक नेटवर्क की क्षमता देश के विभिन्न कोनों तक रोजाना 87 करोड़ 50 लाख घनमीटर गैस आपूर्ति की होगी। वर्तमान में देश के 51 नगरों और कस्बों में शहरी गैस वितरण नेटवर्क है। इस नेटवर्क से खाना पकाने की खातिर पीएनजी और परिवहन के लिए सीएनजी की आपूर्ति की जाती है। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड (पीएनजीआरबी) की तीन सौ से अधिक कस्बों और शहरों में शहरी गैस वितरण नेटवर्क खड़ा करने की योजना है।
देश में फिलहाल 12,500 किलोमीटर लंबा गैस पाइपलाइन नेटवर्क है। इसके अलावा 12,000 किलोमीटर पाइपलाइन निर्माणाधीन है। आगे चलकर इसमें पीएनजीआरबी की बोली प्रक्रिया के तहत आने वाले 7,000 किलोमीटर पाइपलाइन का नेटवर्क भी जुड़ जाएगा।
जयपाल रेड्डी ने देश-दुनिया के तेल एवं गैस क्षेत्र के निवेशकों से भारतीय गैस क्षेत्र में उपलब्ध संभावनाओं का लाभ उठाने का न्यौता दिया। दो दिन तक चलने वाले इस सम्मेलन में फ्रांस, मलेशिया, इंडोनेशिया, ब्रिटेन, अमेरिका सहित विश्व के कई देशों के तेल व गैस क्षेत्र के विशेषज्ञ और कंपनी प्रमुख भाग ले रहे हैं। गेल इंडिया की पूर्ण स्वामित्व वाली गेल गैस, संयुक्त उद्यम इंद्रप्रस्थ गैस, मुंबई में महानगर गैस समेत कई संयुक्त उद्यम कंपनियां देश के नगरों में शहरी गैस नेटवर्क बनाने में जुटी हैं।
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