पुल बनने से पहले जमीदोज, आठ की मौत - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 25 मार्च 2012

पुल बनने से पहले जमीदोज, आठ की मौत


मुख्यमंत्री ने दिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश
मृतकों को एक-एक लाख व घायलों को 50-50 हजार की घोषणा


ऋषिकेश-बद्रीनाथ मुख्य मार्ग पर स्थित श्रीनगर कस्बे से चौरास को जोड़ने वाले स्टील गार्डर पुल रविवार को प्रातः लगभग 4 बजे जमीदोज हो गया। पुल हादसे में 10 लोगों की मारे जाने की जानकारी प्राप्त हुई है, लेकिन अधिकारिक तौर पर केवल छह लोगों के मारे जाने की पुष्ठि हुई है। वहीं 36 से 40 लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की जानकारी मिली है। प्राप्त जानकारी अनुसार रोज की तरह श्रीनगर के चौरास पुल पर निर्माण कार्य चल रहा था और इस पुल पर लगभग 50 से अधिक मजदूर काम कर रहे थे। घटना की जानकारी होते ही केदारनाथ विधायक शैला रानी रावत और श्रीनगर विधायक गणेश गोदियाल घायलों को हाल लेने श्रीनगर अस्पताल पहुंचे। घटना पर प्रदेश के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने भी दुख व्यक्त करने के साथ ही उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। वहीं मुख्यमंत्री के साथ केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री हरीश रावत, अमृता रावत और मंत्री प्रसाद नैथानी ने विधानसभा में विधायकों को शपथ दिलाने के बाद सीधे घटनास्थल पर पहुंचे। वहीं घटना की जानकारी मिलते ही आज प्रातः पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक भी घटनास्थल पर पहुंच गए थे। उन्होंने अस्पताल जाकर घायलों का हाल-चाल जाना। बार काउंसिल के अध्यक्ष पृथ्वी पाल सिंह चौहान ने कार्यदायी संस्था के खिलाफ अपराधिक मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। वहीं इस घटना से स्थानीय जनता में रोष व्याप्त है। पुलिस प्रशासन को शव निकालने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। समाचार लिखे जाने तक प्रशासन आठ लोगों के शवों को निकाल चुका था, जबकि कई अन्य के दबे होने की संभावनाएं व्यक्त की जा रही है। 

उल्लेखनीय है कि इस पुल का उद्घाटन तथा कथित इमानदार नेता पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद खण्डूडी ने किया था। वहीं इस घटना पर राज्यपाल श्रीमती माग्रेट आल्वा ने जान-माल की छति पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए संवेदना व्यक्त की है। वहीं मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने मृत लोगों के परिजनों को एक-एक लाख रूपये, गंभीर घायलों को 50-50 रूपये तथा सामान्य रूप से घायलों को 25-25 हजार रूपये की सहायता राशि मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री को जब यह पता चला कि इस दुर्घटना में एक गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को उपचार हेतु देहरादून ले जाना है तो वह वहीं ठहर गए और अपने हैलीकाप्टर से देहरादून भेजा जहंा उसका ईलाज सी.एम.आई. चिकित्सालय में किया जा रहा है। 

(राजेन्द्र जोशी)

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