सिख संगठनों का आज पंजाब बंद का आह्वान. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 28 मार्च 2012

सिख संगठनों का आज पंजाब बंद का आह्वान.


बलवंत सिंह राजोआना को हुई फांसी की सजा के विरोध में कट्टरपंथी सिख संगठनों के पंजाब बंद के आह्वान से राज्य के अलग-अलग हिस्सों में सामान्य जनजीवन पर असर पड़ा है। पटियाला में बंद का पूरा असर है। यहां के सेंट्रल जेल में राजोआना बंद है। राजोआना को 31 मार्च को फांसी दी जाएगी। पंजाब के मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के मामले में राजोआना को फांसी की सजा सुनाई गई है। उन्हें 31 मार्च को फांसी होगी।

लुधियाना में स्थिति शांतिपूर्ण है। खाने-पीने की दुकानें खुली हुई हैं जबकि बिजनेस संस्थान आंशिक रूप से खुले हैं। उधर, फगवाड़ा में बंद का असर दिखा रहा है। सड़क यातायात सामान्य है लेकिन सार्वजनिक वाहनों में यात्रियों की संख्या काफी कम है। सिख समुदाय के कुछ लोगों ने झंडे लेकर जुलूस निकाला। सुरक्षाकर्मी शांति बनाए रखने के लिए संवेदनशील जगहों पर गश्त कर रहे हैं। कट्टरपंथी दल खालसा, खालसा ऐक्शन कमेटी तथा खालसा मिशन संगठन ने सिख समुदाय से अपनी इच्छआ से कारोबार बंद रखने को कहा है। 

सुरक्षा बलों ने लोगों में विश्वास बहाली के लिए राज्य के प्रमुख ठिकानों पर फ्लैग मार्च किया है। इस बीच, पटियाला सेंट्रल जेल में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। प्रदर्शनकारियों पर नजर रखने के लिए स्पेशल कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। अकाल तख्त के निर्देश पर राजोआना के समर्थन में राज्य के अलग-अलग भागों में प्रार्थना का आयोजन किया गया। सीबीआई की विशेष अदालत ने बेअंत सिंह हत्या मामले में 1 अगस्त 2007 को राजोआना और जगतार सिंह हवाड़ा को मौत की सजा सुनाई थी। चंडीगढ़ की अदालत ने 'डेथ वॉरंट' इस महीने पटियाला जेल प्राधिकरण को दे दिया। उनसे 31 मार्च को फांसी की तामील करने 
को कहा गया है। 

31 अगस्त 1995 को बेअंत सिंह आत्मघाती बम हमले में मारे गए थे। जिस समय आत्मघाती हमला हुआ सिंह चंडीगढ़ में पंजाब सचिवालय स्थित उच्च सुरक्षा वाले अपने दफ्तर से निकल रहे थे। इस घटना में 17 अन्य लोग मारे गए थे। योजना के तहत हमले में दिलावर के नाकाम होने पर राजोआना को दूसरे मानव बम के रूप में इस्तेमाल किया जाना था।

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