भारत बंद का ऐलान करने के कुछ घंटे बाद ही नक्सलियों ने राज्य में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल के लक्ष्मीपुर विधायक झिन्न हिक्का का अपहरण कर लिया। विधायक के अपहरण की घटना के बाद समूचे ओडि़शा में हलचल सी मच गई है। उधर, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस बारे में केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम से और राज्य के मुख्य सचिव विजय पटनायक ने केंद्रीय गृह सचिव से इस बारे में बातचीत की है। इसके अलावा राज्य के राजस्व मंत्री सूर्य नारायण पात्र और मंत्री लाल बिहारी हिमरिका को लक्ष्मीपुर भेजा गया है। समस्त कोरापुट जिला में सघन तलाशी अभियान तेज कर दी गई है।
अब प्राप्त जानकारी के अनुसार, अपहरण की यह घटना शुक्रवार की रात करीब दो बजे तब हुई जब लक्ष्मीपुर विधायक झिन्न हिक्का कोरापुट जिला के सेमिलिगुड़ा वापस अपने गांव तयापुट की ओर लौट रहे थे। लाल रंग की बोलेरो क्रमांक ओआर-10एच-2222 जब तयापुट गांव से थोड़ी दूरी थी तभी चालक ने गाड़ी धीमी कर दी। सामने सड़क खोद डाला गया था। बोलेरो की रफ्तार धीमी होते ही पास में खड़े एक ट्रक में छिपे सशस्त्र नक्सली सामने आ गए और पूछताछ करने के बाद बोलेरो चालक और विधायक के निजी अंगरक्षक को छोड़ दिया और विधायक झिन्न हिक्का की पकड़कर अपने साथ ले गए। विधायक को ले जाते समय नक्सलियों ने विधायक की गाड़ी पर हाथ लिखा दो पोस्टर चिपका दिया। अपहृत विधायक को पत्नी कौशल्या हिक्का और उसके पिता नाथ हिक्का ने बताया है कि झिन्न हिक्का शुक्रवार की शाम सेमिलिगुड़ा गए थे। वहां जिला परिषद के उपाध्यक्ष चुनाव को लेकर आयोजित एक बैठक में शामिल होने के बाद वापस लौट रहे थे तभी नक्सलियों ने उनका अपहरण कर लिया। विधायक की पत्नी ने नक्सलियों की मांगों को मान लेने और अपने पति की सुरक्षित रिहाई मांग की है।
---प्रफुल्ल शर्मा---
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