ब्रिटेन के चर्च में योग पर प्रतिबन्ध. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 27 सितंबर 2012

ब्रिटेन के चर्च में योग पर प्रतिबन्ध.

ब्रिटेन के एक चर्च ने अपने कैंपस में योग करने पर प्रतिबन्ध लगा दिया है। चर्च का कहना है कि कसरत का यह प्राचीन भारतीय तरीका उनकी धार्मिक भावनाओं से मेल नहीं खाता है। 

योग शिक्षक कोरी विथेल का कहना है, 'मैंने साउथम्पटन के सेंट एडमेंड चर्च के कैंपस को योग सिखाने के लिए बुक कराया था, लेकिन मेरी बुकिंग को रद्द कर दिया गया।' योग टीचर के मुताबिक क्लास शुरू होने से 10 दिन पहली उन्हें चर्च ने मना कर दिया।

अखबार द सन के मुताबिक चर्च के फादर जॉन चैंडलर ने कहा कि चर्च का कैंपस सिर्फ कैथलिक ऐक्टिविटीज़ के लिए है। उनके मुताबिक बैन इसलिए लगाया गया, क्योंकि इसे स्पिरिचुअल योगा कहके प्रमोट किया जा रहा था।

कोई टिप्पणी नहीं: