मधेपुरा में नीतीश के मंच पर चप्पल फेंकी गई. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 28 सितंबर 2012

मधेपुरा में नीतीश के मंच पर चप्पल फेंकी गई.


बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अधिकार यात्रा उनके लिए सिरदर्द बनती जा रही है। नीतीश जहां जा रहे हैं वहीं उनका स्वागत जूते-चप्पलों से हो रहा है। शुक्रवार को वह मधेपुरा पहुंचे और वहां मंच पर उनकी तरफ चप्पल फेंकी गई। 

गौरतलब है कि गुरुवार को खगड़िया में उनका इतना जोरदार विरोध हुआ कि पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी। नाराज लोगों ने डीजीपी की गाड़ी समेत कई गाड़ियां फूंक डालीं और उसके बाद डीएम दफ्तर में भी आग लगा दी। मधुबनी और दरभंगा में भी नीतीश को जूते-चप्पल दिखाए गए। नाराज नीतीश ने मंच से ही प्रदर्शनकारियों को धमकाते हुए कह दिया था कंट्रैक्ट टीचर्स लगातार उद्दंडतापूर्ण व्यवहार कर रहे हैं और अगर यह जारी रहा तो उनकी मांगें कतई नहीं मानी जाएंगी। मगर, नीतीश के इस कड़े तेवर ने आग में घी का काम किया। विरोध घटने के बदले और तेज हो गया। मधेपुरा में तो प्रदर्शनकारी एक कदम आगे बढ़ गए। वहां नीतीश के मंच की ओर चप्पल फेंकी गई।

नीतीश के इस लगातार विरोध से जहां प्रदेश में उनकी कथित लोकप्रियता पर सवाल उठ रहे हैं वहीं विकास संबंधी उनके दावों पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं। जेडी (यू) ने इसके पीछे विपक्षी दल आरजेडी की साजिश का आरोप लगाया है।

कोई टिप्पणी नहीं: