बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अधिकार यात्रा के दौरान सभा में हो रहे विरोध और हंगामा को देखते हुए शुक्रवार को सहरसा में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मुख्यमंत्री ने सभा को सम्बोधित किया। सुरक्षा के कारण सत्तारुढ़ जनता दल (युनाइटेड) के कार्यकर्ताओं को भी जांच के बाद ही सभा स्थल पर जाने दिया गया। शहर में भी पुलिस की कड़ी गश्त थी।
सभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें सत्ता से हटाने के लिए कुछ लोग साजिश कर रहे हैं, परन्तु उनकी मुराद पूरा नहीं होने वाली। उन्होंने कहा कि वह बिहार के दस करोड़ लोगों के अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं और एक साजिश के तहत काफिले पर ईंट पत्थर चल रहे हैं। उल्लेखनीय है कि गुरुवार को अधिकार यात्रा के दौरान खगड़िया में जमकर हंगामा हुआ था। प्रदर्शनकारियों ने जिलाधिकारी कार्यालय में तोड़फोड़ एवं आगजनी की तथा कई वाहनों को फूंक दिया था। इस घटना को जदयू जहां मुख्यमंत्री के काफिले पर हमला बता रही है वहीं विपक्ष इसे जनता का सरकार के प्रति मोहभंग बता रहा है।
गौरतलब है कि पिछले 19 सितम्बर से मुख्यमंत्री बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की मांग पर जनसमर्थन जुटाने के लिए अधिकार यात्रा पर निकले हैं तथा जन सभाएं कर रहे हैं। इसके पूर्व बेतिया, मोतिहारी और मधुबनी में भी मुख्यमंत्री की सभाओं में विरोध प्रदर्शन हुए हैं। प्रदर्शनकारियों में अनुबंध पर नियोजित शिक्षकों की संख्या अधिक है जो अपना मानदेय बढ़ाने और स्थाई करने की मांग कर रहे हैं।
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