भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने यूपीए सरकार के गिरने की भविष्यवाणी करते हुए अपनी पार्टी से कहा कि वह लोकसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों का चयन शुरू करदे. उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ‘वेंटिलेटर’ पर है और यह जितनी जल्दी चली जाए उतना देश के लिए अच्छा होगा.
सिंह और संप्रग सरकार को आडे हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार के नेता भले ही सिंह हों लेकिन इसका नेतृत्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास है और देश में आजादी के बाद से मनमोहन जैसा कमजोर प्रधानमंत्री नहीं देखा गया.
आडवाणी ने यहां भाजपा की राष्ट्रीय परिषद के समापन भाषण में कहा,‘‘15 दिन पहले तक मुझे नहीं लगता था कि सरकार 2014 से पहले जाएगी लेकिन यह सरकार अब ‘आईसीयू’ में या कहें तो ‘वेंटिलेटर’ पर है.
अब तो उसके कुछ सहयोगी ही चाहते हैं कि यह सरकार जितनी जल्दी जाए उतना अच्छा है. आज यह लगभग निश्चित सा लग रहा है कि एक साल के पहले ही इसका ‘लाइफ सपोर्ट’ खत्म हो जाए और यह चली जाए.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हर कोई यही महसूस कर रहा है. हमें भी सोचना चाहिए कि क्या हम अपने उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देना शुरू करदें.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार अपने सहयोगी दलों को साथ रखने के लिए एक और महत्वपूर्ण सहयोगी ‘सीबीआई’ का दुरुपयोग करती रही है इसलिए सरकार के ‘वेंटिलेटर’ हटने की संभावना नहीं लगती थी.
पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन को सफल बताते हुए और आज के राजनीतिक माहौल की पृष्ठभूमि का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने तो पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी से यह भी पूछा था कि क्या पार्टी के लोकसभा के उम्मीदवारों के नामों पर विचार करना शुरू करना चाहिए.
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