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सोमवार, 28 अक्तूबर 2013

मोदी प्रभावी शासक नहीं हो सकते.

भारतीय जनता पार्टी ने भले ही गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना प्रधानमंत्री पद का दावेदार घोषित कर दिया हो, लेकिन अमेरिका के प्रमुख अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स का मोदी के प्रति कुछ अलग नजरिया है. न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखा है कि नरेंद्र मोदी प्रभावी ढंग से भारत पर शासन नहीं कर सकते, अगर देश के कई लोगों के दिलों में उनके प्रति घृणा और डर हो. संपादकीय के मुताबिक, 63 वर्षीय मोदी में ऐसी कोई योग्यता नहीं है जिसके तहत वे विपक्षी पार्टियों के साथ मिल कर काम कर सकें या विरोध सहन कर सकें.

शनिवार को प्रकाशित इस संपादकीय में कहा गया है कि मोदी ने भाजपा के जनता दल यू जैसे राजनैतिक सहयोगियों को पृथक कर दिया, जो पिछले 17 साल से उनके सहयोगी क्योंकि उन्हें मोदी पसंद नहीं. गुजरात दंगों का जिक्र  करते हुए न्यू यॉर्क टाइम्स ने लिखा की भारत में विभिन्न धर्मों के लोग रहते हैं और आप प्रभावी ढंग से राज नहीं कर सकते अगर उन लोगों के मन में डर पैदा कर दो.

भारतीय मूल के एंड्रयू रोसेनथॉल और उनकी टीम ने संपादकीय में मोदी के आर्थिक रिकॉर्ड पर भी सवाल खड़े किये गये हैं. उसमें कहा गया है कि गुजरात का आर्थिक रिकॉर्ड इतना बेहतर नहीं है, जितना बताया जा रहा है. अखबार ने उदाहरण के तौर पर कहा कि भारत के दूसरे कोने में रहने वाले मुसलमान गुजरात के मुसलमानों से आर्थिक तौर पर बेहतर स्थिति में हैं.

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