अमेरिकी सांसदों ने पहली बार कैपिटल हिल पर दिवाली मनाई है। इसके पहले अमेरिकी कांग्रेस ने भारतीय प्रकाश पर्व का सम्मान करते हुए और भारत-अमेरिका के बीच मजबूत संबधों का जश्न मनाते हुए प्रस्ताव पारित किए। कैपिटल हिल में मंगलवार शाम आयोजित दिवाली उत्सव में अमेरिकी कांग्रेस के सांसदों, प्रमुख भारतीय और अमेरिकी नेताओं और समुदाय के सदस्यों ने भारत और भारतीय-अमेरिकी कांग्रेसनल कॉकस के डेमोक्रेटिक सह अध्यक्ष जो क्राउली की अध्यक्षता में कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
अमेरिका में रह रहे हिंदू, सिख और जैन भारतीय मूल के अमेरिकी समुदायों और भारत की जनता के साथ इस महत्वपूर्ण त्योहार की खुशियां साझा करने के उद्देश्य से अमेरिकी कांग्रेस के दोनों सदनों में दीवाली उत्सव का प्रस्ताव पारित किया गया। सीनेट इंडिया कॉकस के डेमोकेट्रिक एवं रिपब्लिकन सह अध्यक्षों मार्क वार्नर और जॉन कॉर्निन ने सीनेट में इस प्रस्ताव को पेश किया। इस प्रस्ताव का उद्देश्य वैश्विक शांति और सौहाद्र्र जैसे मुद्दों पर आपसी समझौते, सम्मान, भरोसे और सहयोग पर आधारित अमेरिका-भारत की जनता और सरकारों के बीच संबंध मजबूत करने हैं।
प्रतिनिधिसभा में भारत एवं भारतीय मूल के अमेरिकियों पर कांग्रेसनल कॉकस के सह अध्यक्षों क्राउली और पीटर रॉस्कम ने प्रस्ताव पेश किया। उन्होंने भारतीय अमेरिकी समुदाय और भारतीय प्रवासियों के प्रति गहरा सम्मान व्यक्त करते हुए भारत और अमेरिका में धार्मिक विविधता की सराहना की। क्राउली ने कहा कि दिवाली का पर्व आपसी सौहार्द्र बढ़ाने का अच्छा अवसर है। यह दिवाली की खुशियां साझा करने के साथ साथ अमेरिकी जनता में समझ और धर्य बढ़ाने में भी मददगार होगा। आने वाले सालों के लिए यह उत्सव कांग्रेसनल दिवाली उत्सव की मिसाल पेश करेगा।
अमेरिकी कांग्रेस में पहली हिंदू सदस्य तुलसी गाबार्ड ने कहा कि हमारा पहला ऐतिहासिक कांग्रेसनल दिवाली उत्सव इस प्रकाश पर्व और इसके सकारात्मक पक्षों से लोगों को अवगत कराएगा। वैसे तो अमेरिका के कैपिटल हिल में इस साल पहली बार मंगलवार को दिवाली उत्सव मनाया गया, लेकिन प्रकाश पर्व दिवाली का परिचय अमेरिका में 2003 में ही हो चुका था, जब तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने ह्वाइट हाउस में पहली बार दिवाली उत्सव आयोजित किया था।
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