ग्रामीणों को यकीन नहीं हो रहा है कि हेमंत का बम धमाके में हाथ है - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 2 अप्रैल 2015

ग्रामीणों को यकीन नहीं हो रहा है कि हेमंत का बम धमाके में हाथ है

 बिहार की राजधानी पटना से सटे बहादुरपुर में हुए बम धमाकों में ग्रामीण युवक हेमंत कुमार का नाम सामने आया है। हेमंत का नाम सामने आने से लोग बेहद परेशान हैं। हेमंत के ग्रामीणों को यकीन नही नहीं हो रहा है कि हेमंत इस तरह की गतिविधियों में लिप्त है। मिली जानकारी के अनुसार हेमंत अपने भाईयों में सबसे छोटा है। और वह पढ़ाई में भी काफी होशियार था। मगर उसके पिता का कहना है कि हेमंत अपने बच्चों विकास कुमार और प्रकाश कुमार  के साथ रहता था। 

इनके साथ हेमंत का भतीजा अशोक कुमार और हिमांशु भी रहा करते थे। बच्चों को पढ़ाने के साथ हेमंत पटना के विद्यासागर में ही कोचिंग सेंटर संचालित करता था। हेमंत के पास बेहतर नौकरी भी थी। हालांकि क्षेत्रवासियों का कहना है कि हेमंत की पहचान एक ऐसे युवा से थी जिसके आचरण पर प्रारंभ से ही संदेह था। ग्रामीणों का कहना है कि बम ब्लास्ट की वारदात उसी कमरे में हुई थी जिसमें कुंदन रहता था। हेमंत के कमरे में उसका पुत्र और भतीजा आराम कर रहा थां ब्लास्ट होने पर बच्चे कमरे से निकलकर भागने लगे। हालांकि पिता का कहना है कि हेमंत किसी भी तरह के अपराधों में लिप्त नहीं रहा है। 

कोई टिप्पणी नहीं: