पटना 20 अगस्त, बिहार में डॉक्टरों और चिकित्सकीय संस्थानों पर हो रहे हमले के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन:आइएमए: और बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ:भासा: के आह्वान पर पूरे राज्य के चिकित्सक आज सांकेतिक हड़ताल पर हैं। डॉक्टरों की हड़ताल के कारण प्रदेश भर में ओपीडी सेवा ठप हो गई है लेकिन अस्पतालों में इमरजेंसीसेवा को बहाल रखा गया है। हड़ताल के बारे में जानकारी नहीं होने के कारण ओपीडी में इलाज के लिए सुदुरवर्ती और ग्रामीण इलाकों से आये मरीजों तथा उनके परिजनों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है । डॉक्टर सिर्फ इमरजेंसी में आये मरीजों को ही देख रहे हैं। पटना स्थित पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल पीएमसीएच, नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल, एनएमसीएच, न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल समेत कई अन्यअस्पतालों में हड़ताल का खासा असर देखने को मिल रहा है।
श्री दीक्षित ने कहा कि इसी तरह मोतिहारी के संग्रामपुर के डा0 एसबी सिंह को पहले धमकी दी गई और उसके बाद गोली मारकर हत्या कर दी गई । उन्होंने कहा कि राज्य में अपराधियों का मनोबल दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और पूरा डाक्टर समाज भयभीत है । आईएमए बिहार के सचिव ने कहा कि इस सांकेतिक हड़ताल का मकसद सरकार और प्रशासन को यह दिखाना है कि चिकित्सकीय संस्थानों पर हो रहे हमले और रंगदारी की मांग से डाक्टर समाज आहत है ।
उन्होंने कहा कि डाक्टर चाहते हैं कि राज्य में स्वास्थ्य सेवा ठीक से चले और जनता को किसी तरह की कठिनाई न हो ,इसी उद्देश्य से इमरजेंसी सेवा को इस हड़ताल से बाहर रखा गया । श्री दीक्षित ने मोतिहारी में मारे गये डा. एस.बी.सिंह के परिजनों को 25 लाख रूपया मुआवजा और उनके दिव्यांग पुत्र को सरकारी नौकरी देने की मांग की ।
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