नयी दिल्ली 09 अक्टूबर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि अगर भारत को प्रौद्योगिकी तथा संसाधनों के स्तर पर अौर देशों से मदद मिलती है तो वह पूर्ण रूप से स्वच्छ ऊर्जा अपनाने वाला दुनिया का पहला देश होगा।
प्रधानमंत्री ने जलवायु परिवर्तन पर भारत की स्थिति और रुख के बारे में एक वृत्तचित्र श्रृंखला ‘इयर्स ऑफ लिविंग डेंजरेसली’ में अमेरिकी टॉक शो के मेजबान डेविड लेटरमैन के साथ साक्षात्कार में यह बात कहीं। इस कार्यक्रम का प्रसारण कल रात नेशनल ज्योग्राफिक चैनल पर किया गया।
चर्चा के दौरान श्री मोदी ने विश्व समुदाय से अपील की कि वह जलवायु परिवर्तन के खतरों से निबटने के लिए साथ अाये क्योंकि यह किसी सरहद तक सीमित नहीं है। उन्होंने कहा कि देश की सवा अरब आबादी की आकांक्षाओं को जरुर पूरा किया जाएगा लेकिन ऐसा प्रकृति की कीमत पर नहीं होगा।
यह श्रृंखला दुनिया में प्रलय लाने वाले जलवायु परिवर्तन के मुद्दे के संबंध में वैश्विक और व्यक्तिगत तबाही की जांच करती है। पहले एपिसोड में लेटरमैन ने महत्वपूर्ण अधिकारियों से मुलाकात यह समझने के लिए की कि क्या भारत ऊर्जा के लिए जीवाश्म ईंधनों का इस्तेमाल जारी रखेगा या अक्षय ऊर्जा कार्यक्रम के तहत आगे बढ़ेगा।
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