पटना 29 नवम्बर, नोटबंदी के मुद्दे पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के रिश्तों में आयी कड़वाहट और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आपत्तिजनक बयान के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज अचानक राजद विधानमंडल दल की बैठक में पहुंचे और कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं होना चाहिए जिससे महागठबंधन की एकता पर संशय हो । श्री कुमार देर शाम अचानक पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर पहुंचे और वहां चल रही राजद विधानमंडल दल की बैठक में हिस्सा लिया । उन्होंने नोटबंदी पर अपने रूख को सही ठहराते हुए कहा कि नोटबंदी का निर्णय सही है लेकिन इसे बिना तैयारी के लागू कर दिया गया जिससे लोगों को परेशानी हो रही है । मुख्यमंत्री ने कहा कि वह कोई भी काम बिना तैयारी के नहीं करते हैं । राज्य में शराबबंदी को लागू करने के पूर्व इसकी पूरी तैयारी की गयी जिसके कारण ही यह सफल हुआ । उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं होना चाहिए जिससे महागठबंधन की एकता को लेकर भ्रम फैले । बैठक के बाद राजद के वरिष्ठ नेता और वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दिकी ने कहा कि श्री कुमार ने बैठक में बताया कि नोटबंदी का फैसला बिना तैयारी के लिया गया जिससे जनता को परेशानी हो रही है । राजद की राय भी यही है और इसलिए मीडिया में यह भ्रम फैलाया जाना गलत है कि इस मुद्दे पर दोनों दलों में मतभिन्नता है । उन्होंने कहा कि बेनामी सम्पत्ति के खिलाफ अभियान चलाये जाने के श्री कुमार की मांग का भी राजद समर्थन करता है । राजद भी चाहता है कि बेनामी सम्पत्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो । उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने इससे पूर्व आज कहा था कि आश्चर्य की बात है कि श्री कुमार को भाजपा से नजदीकी बढ़ने की खबर से उन्हें राजनीतिक हत्या की आशंका होने लगती है। उन्होंने कहा कि श्री कुमार भाजपा के साथ 17 साल रहे और अब इससे नजदीकी बढ़ने की चर्चा से उन्हें राजनीतिक हत्या होने का डर सताने लगता है । उन्होंने कहा कि श्री कुमार यदि राजद और कांग्रेस के साथ कुछ दिन और रह गये तो निश्चित तौर पर उनका राजनीतिक जीवन समाप्त हो जायेगा ।
मंगलवार, 29 नवंबर 2016
महागठबंधन की एकता पर संशय दूर करने राजद विधानमंडल दल की बैठक में पहुंचे नीतीश
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