नयी दिल्ली 17 जनवरी पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग की तेजस्विता प्रधान और शिवानी गोंद ने सोशल मीडिया के जरिये अंंतरराष्ट्रीय देह व्यापार गिरोह का भंडाफोड करके न सिर्फ अपनी बहादुरी और सूझबूझ का परिचय दिया बल्कि इस गिरोह के सरगना समेत तीन अपराधियों को जेल की सीखचों के पीछे डलवाया है । ये बच्चियां उन 25 बहादुर बच्चों में शामिल हैं जिन्हें इस वर्ष राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से नवाजा जाना है । ये बच्चे 26 जनवरी को राजपथ पर गणतंत्र दिवस की झांकी में शामिल होंगे और अपने बहादुर कारनामों से देश का नाम रोशन करेंगे।
इन 25 बहादुर में बच्चों में इस बार 12 बच्चियां शामिल हैं जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 जनवरी को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से सम्मानित करेंगे । चार को मरणोपरांत इस पुरस्कार से नवाजा जाएगा और ये सभी बच्चियां हैं । बहादुर बच्चों में केरल के सर्वाधिक चार और दिल्ली के तीन बच्चे शामिल हैं जिनमें दो सगे भाई -बहन हैं। इंडियन काउंसिल फार चाइल्ड वेल्फेयर की अध्यक्ष गीता सिद्धार्थ ने आज यहां प्रेस कांफ्रेंस में इन जाबांज बच्चों का परिचय कराते हुए इनके साहसिक कारनामों का बखान किया ।
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