- अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रनेता अबुल फरह शाजली के नेतृत्व में नजीब की वापसी को लेकर गर्दनीबाग में एक दिवसीय धरना दिया गया।
आज दिनांक 22.01.2017 को पटना के गर्दनीबाग में राज्य के तमाम छात्र संगठन के नेताओं धरना में शामिल हुए। धरना स्थल पर सभा को संबोधित करते हुए ए॰आई॰एस॰एफ॰ के बैनर तले छात्रों ने रोषपूर्ण प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान लाइब्रेरी में मौजूद गार्ड ने गेट बन्द कर दिया। आक्रोषित छात्रों ने गेट पर लगे जंजीर को तोड़ कर लाइब्रेरी के अन्दर प्रवेश कर गये। इसी बीज लाइब्रेरी के निदेशक एस॰आर॰ पद्मदेव छात्रों के बीच पहुँचे निदेशक को छात्रों के कोपभाजन का शिकार होना पड़ा। ए॰आई॰एस॰एफ॰ के पटना विश्वविद्यालय अध्यक्ष राकेश प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि नजीब 80 दिनों से गायब है पर केन्द्र सरकार ने अभी तक किसी तरह की कार्रवाई नहीं की। आपको बता दें कि 14 अक्टूबर को जे॰एन॰यू॰ विश्वविद्यालय में ए॰बी॰वी॰पी॰ के गुंडों के साथ नजीब की मारपीट हुई और अगले दिन 15 अक्टूबर की सुबह ही नजीब विश्वविद्यालय के हाॅस्टल से गायब हो गया जिसमें ए॰बी॰वी॰पी॰ के गुंडों ने उसे गायब कर दिया। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय कुलपति ने अभीतक हाॅस्टल के वार्डेन को सस्पेंड नहीं किया है। इससे स्पष्ट जाहिर होता है कि केन्द्र सरकार, कुलपति व ए॰बी॰वी॰पी॰ के गुंडों की मिलीभगत के कारण अभी तक नजीब का कुछ पता नहीं चल सका है। सभा को संबोधित करते छात्रनेता बिर्जुन कुमार भारती ने कहा कि नजीब की वापसी की मांग तथा केन्द्र सरकार ही नजीब के गायब होने का जिम्मवार है। नजीब की वापसी को लेकर राज्य के तमाम जिलों में आंदोलन जारी रहेगा। आज के इस धरना कार्यक्रम में प्रमुख रूप से राजा भैया, अफरोज आलम, आलम भैया, गौतम आनन्द, सुशील उमाराज, चन्दन कुमार, मनीष यादव, सूरज यादव, उमर फारुक, पप्पू सिंह यादव, राज्य सचिव सुशील कुमार, जिला सचिव सुशील उमा राज, पटना वि॰वि॰ अध्यक्ष राकेश प्रसाद, राजीव रंजन, आनन्द कुमार, अनूप कुमार, दीपक कुमार, छोटेलाल पड़ित, पवन कुमार, आदि सैकड़ों छात्र-युवा नेता शामिल थे।
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