जदयू के भोज में भाजपा को निमंत्रण दिये जाने से कांग्रेस नाराज - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 14 जनवरी 2017

जदयू के भोज में भाजपा को निमंत्रण दिये जाने से कांग्रेस नाराज

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पटना 14 जनवरी, बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) की बढ़ रही नजदीकियों की अटकलों के बीच सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की ओर से कल आयोजित दही-चूड़ा भोज में भाजपा को निमंत्रण दिये जाने पर कांग्रेस ने नाराजगी जाहिर की है । कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और राज्य के शिक्षा मंत्री डा0 अशोक चौधरी ने मकर संक्रांति के मौके पर जदयू के भोज में भाजपा को निमंत्रण दिये जाने पर खुलकर नाराजगी जाहिर करते हुए आज यहां कहा कि पिछले दो साल से जदयू की ओर से आयोजित दही-चूड़ा भोज में जब भाजपा को न्यौता नहीं दिया जा रहा था तब आज ऐसी क्या जरूरत हो गयी कि उन्हें भोज में बुलाना पड़ रहा है । उन्होंने कहा कि इसका जवाब तो जदयू ही दे सकता है । डा0 चौधरी से जब यह पूछा गया कि क्या इस भोज में कांग्रेस शामिल होगी तब उन्होंने कहा कि इस बारे में अभी कोई फैसला नहीं हुआ है । हालांकि उन्होंने कहा कि कल उनका पहले से ही सीवान जाने का कार्यक्रम तय है इसलिये वह कल जदयू के भोज में शामिल नहीं होंगे । मकर संक्रांति के मौके पर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के साथ उनके आवास पर दही-चूड़ा का आनंद ले रहे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि श्री यादव बिहार और महागठबंधन के सबसे बड़े नेता हैं । वह महागठबंधन के सबसे बड़े घटक दल के भी नेता हैं । उन्होंने श्री यादव को “बड़े दिल” वाला बताया और कहा कि वह पिछले बीस साल से उनके यहां मकर संक्रांति के अवसर पर आयोजित भोज में शामिल होते रहे हैं ।

उधर भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कांग्रेस की नाराजगी के संबंध में पूछे जाने पर कहा कि कांग्रेस के दबाव में यदि दावत रद्द नहीं हुई तो वह जरूर इसमें शामिल होंगे । उन्होंने कहा कि जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने खुद उन्हें फोन कर सम्मान के साथ भोज के लिये निमंत्रण दिया है । हालांकि कल ही केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी पटना आने वाले हैं और इस कारण वह व्यस्त भी रहेंगे, बावजूद इसके वह अवश्य इस दावत में हिस्सा लेंगे । श्री मोदी ने कहा कि हो सकता है कि कांग्रेस दबाव बनाये तो इस भोज को रद्द भी किया जा सकता है । वैसे इससे पहले भी जदयू ने वर्ष 2010 में भोज का निमंत्रण देकर उसे अंतिम समय में रद्द कर दिया था । उन्होंने कहा कि पिछले दो साल में भाजपा को दही-चूड़ा दावत के लिये क्यों नहीं न्यौता दिया गया और आगे फिर बुलाया जायेगा या नहीं इसका जवाब तो जदयू के नेता ही दे सकते हैं । भाजपा नेता ने एक सवाल के जवाब में कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के आवास पर आयोजित दही-चूड़ा भोज के लिए उन्हें न्यौता मिला था लेकिन श्री यादव ने उन्हें फोन नहीं किया था । इसलिए वह इस दावत में शामिल नहीं हुए । इस बीच भाजपा की सहयोगी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी(रालोसपा) के अध्यक्ष और केन्द्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि भाजपा के लोग भूल गये होंगे लेकिन उन्हें याद रखना चाहिए कि जदयू वही पार्टी है जिसने न्यौता देकर सामने से थाली छीन ली थी । उन्होंने कहा कि भाजपा को जदयू से सचेत रहना चाहिए । 

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