सरकार बनने पर लैपटाप की बजाय अार्थिक मदद को देंगे तवज्जो : मायावती - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 15 जनवरी 2017

सरकार बनने पर लैपटाप की बजाय अार्थिक मदद को देंगे तवज्जो : मायावती

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लखनऊ, 15 जनवरी, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने आज अपने 61वें जन्मदिन पर उत्तर प्रदेश,उत्तराखंड और पंजाब के लोगों को उनकी पार्टी के पक्ष में मतदान की अपील करते हुये कहा कि सरकार बनाने की दशा में बसपा लैपटाप और मोबाइल फोन के मुफ्त वितरण की बजाय गरीबों को आर्थिक मदद मुहैय्या कराने को अहमियत देगी। सुश्री मायावती ने आज यहां कार्यकर्ताओं से कहा कि उत्तर प्रदेश में सरकार का गठन और उत्तराखंड एवं पंजाब में बेहतर परिणाम ही उनके जन्मदिन का सबसे बडा तोहफा साबित होगा। कार्यकर्ता विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में उनकी सरकार बनाये और इसके साथ उत्तराखण्ड एवं पंजाब मेें बेहतर परिणाम लाने में रात दिन एक कर दें। बसपा “बहुजन हिताय बहुजन सुखाय” के अपने सिद्धांत पर चलकर सभी वर्गों के हितों का काम करेगी। सपा की तरह बसपा लैपटॉप और टेबलेट नहीं बाटेंगी बल्कि गरीबों को नगद रुपया देगी। बसपा अध्यक्ष ने संवाददाता सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले को देश की 90 प्रतिशत जनता के लिए कष्टदायक बताते हुए कहा कि यह निर्णय राजनीति से प्रेरित और तानाशाही वाला जल्दबाजी में बगैर तैयारी के लिया गया था। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश की जनता भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) एवं अन्य विरोधी दलों के बहकावे में आने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान श्री मोदी द्वारा किए गये लोकलुभावन वादों की असलियत जनता जान चुकी है और अब उनके बहकावे में आने वाले नहीं है। श्री मोदी ने अच्छे दिन का जो जनता से वादा किया था उसके उलट नोटबंदी के बाद जनता को अब बुरे दिन देखने पड रहे हैं। अच्छे दिन भाजपा और उनके नेताओं के अलावा बडे पूंजीपतियों के आ गये जिन्होंने नोटबंदी के पहले और बाद में अपना काला धन सफेद कर लिया। इतना ही नहीं केन्द्र सरकार ने बडे पूंजीपतियों का एक लाख 14 हजार करोड रुपये का कर्ज माफ कर दिया।
बसपा अध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी के 50 दिन पूरे होने के बाद भी 90 प्रतिशत लोगों के हालात आज भी नहीं सुधरे। भाजपा ने बसपा नेताओं और उनके परिवार के लोगों पर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के ऐन पहले जो अर्नगल आरोप लगाये कि बैंकों में जो रुपया जमा कराया वह कालाधन है और उसकी जांच होनी चाहिए जबकि उनकी पार्टी ने जो बैंकों में रुपया जमा कराया वह कानूनी प्रक्रिया के तहत ही जमा कराया है। उन्होंने भाजपा पर बसपा की छवि धूमिल करने का अारोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश और देश की जनता से अपनी नाकामियों से जनता का ध्यान हटाने के लिए दुष्प्रचार कराया जा रहा है। नोटबंदी में 150 से ज्यादा लोग मरे लेकिन सरकार ने उनके प्रति हमदर्दी तो दूर बल्कि जले पर नमक छिडकने का काम कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि करोडों रुपये का घोटाला करने वाले ललित मोदी और विजय माल्या विदेश भाग गये और कालेधन की तरह उन्हें भी भाजपा सरकार विदेश से लाने में नाकाम रही। सुश्री मायावती ने कहा कि खुद को दूध का धुला और हरिशचन्द्र कहलाने वाले भाजपा के 300 नेता अपना और अपने परिवार के लोगों का हिसाब देश की जनता को क्यों नहीं दे रहे हैं। उनका कहना है कि देश में अन्य पार्टियों के नेताओं और उनके परिवार के लोगों का हिसाब भी प्रधानमंत्री को मांगना चाहिए। दूसरों से हिसाब मांगने से पहले खुद को हिसाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा एक साजिश के तहत बसपा के खिलाफ दुष्प्रचार कर रही है जिससे उसे विधानसभा चुनाव में लाभ मिल सके। जनता विधानसभा चुनाव में भाजपा को मजा चखायेगी। भाजपा का सत्ता में आने का सपना पूरा होने वाला नहीं है।

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