लखनऊ, 15 जनवरी, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने आज कहा कि पश्चिम उत्तर प्रदेश में मुस्लिम मतों को हासिल करने की लालसा में कांग्रेस के साथ गठबंधन को आतुर सत्तारूढ समाजवादी पार्टी (सपा) को यह नहीं भूलना चाहिये कि उसके दामन पर सांप्रदायिक दंगों का दाग लगा है जो आसानी से धुलने वाला नहीं है। अपने 61वें जन्मदिवस के मौके पर सुश्री मायावती ने यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सपा के शासनकाल के दौरान मुजफ्फरनगर, दादरी और बुलंदशहर में हुये सांप्रदायिक दंगों की टीस और पीडा आज भी लोगों के दिलों में ताजा है। सपा राज में सूबे के बाशिंदों ने कानून व्यवस्था की बदहाली अपनी आंखों से देखी है और वह दोबारा एेसी पार्टी की सरकार को देखना कतई पसंद नहीं करेंगे। सुश्री मायावती ने सवाल किया कि कांग्रेस और अन्य दलों के लोग सपा के लिये वाेट कैसे मांग सकते हैं जबकि सबको पता है कि इस सरकार का असली चेहरा कैसा है। उन्होंने कहा कि चुनाव बाद यदि बसपा की सरकार बनती है तो सपा के कई नेता जेल की सलाखों में होंगे या प्रदेश छोडने को मजबूर होंगेे। उन्होंने दावा किया कि भाजपा शासित प्रदेशों में भी कानून व्यवस्था की हालत अत्यन्त दयनीय है। ललित मोदी और विजय माल्या जैसे भगोडों के मामले में जनता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दरियादिली देख चुकी है।
रविवार, 15 जनवरी 2017
दामन पर लगे दंगे के दाग को छुडाना सपा के लिये नहीं है आसान : मायावती
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