समाजवादी पार्टी को नये वायदे करने का नैतिक अधिकार नही : मायावती - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 22 जनवरी 2017

समाजवादी पार्टी को नये वायदे करने का नैतिक अधिकार नही : मायावती

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लखनऊ, 22 जनवरी, उत्तर प्रदेश राज्य विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ समाजवादी पार्टी (सपा) द्वारा जारी घोषणापत्र को प्रचार नौटंकी करार देते हुये बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने आज कहा कि पिछले पांच सालों में सूबे में जंगलराज स्थापित करने वाले इस दल को नये वायदे करने का नैतिक अधिकार नही है। सुश्री मायावती ने आज यहाँ कहा “ सपा को घोषणापत्र जारी करने के पहले अपने गिरहबान में झांक कर देख लेना चाहिये था कि वह पिछले घोषणापत्र में जनता से किये गये वायदों पर कितना खरी उतरी है। सूबे की जनता अच्छी तरह जानती है कि सपा सरकार में काम कम और अपराध ज्यादा बोलता है। बदतर कानून व्यवस्था के साथ सपा सरकार विकास का केवल ढिंढोरा पीटती रही हालांकि उसने एक परिवार और कुछ बहुत एक समुदाय का भला किया मगर सूबे की 22 करोड जनता पांच सालों तक कराहती रही। उन्होने कहा कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की तरह सपा सरकार भी केवल प्रचार प्रसार पर धन लुटाती रही। राज्य सरकार ने अपने पूरे कार्यकाल में विकास के नाम पर सिर्फ याेजनाओं का शिलान्यास और लोकापर्ण कर अपने कर्तव्य का इतिश्री कर ली । आधी-अधूरी योजनाओं के अलावा चुनाव से ठीक पहले बिना बजट प्रावधान किये विभिन्न योजनाओं का ताबड़तोड़ शिलान्यास और लोकार्पण जनता को वरगलाने का प्रयास भर था। अब चुनावी घोषणापत्र में लोक-लुभावन वायदे कर एक बार फिर लोगों को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है।
बसपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में अराजक और जंगलराज की त्रस्त जनता अब इनके किसी भी प्रकार के बहकावे में आने वाली नहीं है। वे विधानसभा चुनाव में दागी सपा सरकार को उसके गलत कार्यकलापों की सजा जरूर देगी। सांप्रदायिक दंगो की आग में सूबे को झुलसने के लिये छोड देने वाली सपा सरकार को जनता के जान, माल, मजहब और बहन-बेटियों की भी हिफाजत करनी चाहिये थी मगर इस मामले में सरकार की नीति और नीयत हमेशा ही खराब रही है। उन्होने कहा कि पुलिस का आधुनिकीकरण करने से ही प्रदेश की कानून व्यवस्था सुधरने वाली नही है। इसके लिये गुण्डों, बदमाशों, माफियाओं, अराजक, भ्रष्ट और साम्प्रदायिक तत्वों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही करके, उन्हें जेल की सलाखों के पीछे भेजना चाहिये था। लेकिन सपा सरकार ऐसा करने की हिम्मत नहीं जुटा पायी, क्योंकि ऐसा करने से फिर इनकी पार्टी ही लगभग खत्म हो जायेगी। सुश्री मायावती ने कटाक्ष किया कि सपा मुखिया ने चुनावी घोषणापत्र जारी करते समय मेरी सरकार के दौरान स्थापित किये गये हाथियाें का बार-बार जिक्र करके मुफ्त में हमारी पार्टी के चुनाव चिन्ह का भी प्रचार किया है, उसके लिये तो हमारी पार्टी इनकी खास आभारी भी है।

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