माइक्रोपोर्ट का भारतीय परिचालन शुरू - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 28 फ़रवरी 2017

माइक्रोपोर्ट का भारतीय परिचालन शुरू


नयी दिल्ली 28 फरवरी, मेडिकल टेक्नोलॉजी कंपनी माइक्रोपोर्ट साइंटिफिक कॉर्पोरेशन (एमपीएससी) ने भारतीय बाजार में आज परिचालन शुरू करने की घोषणा करते हुये किफायती जीवन रक्षक चिकित्सा उपकरण पेश करने की घोषणा की है। कंपनी के अंतरराष्ट्रीय परिचालन के उपाध्यक्ष जोनाथन चेन ने यहां यह घोषणा करते हुये कहा कि नवाचार, विनिर्माण और हाई एंड मेडिकल उपकरणों की मार्केटिंग के लिए भारतीय इकाई माइक्रोपोर्ट साइंटिफिक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड बनायी गयी है और उसने भारत में कारोबार शुरू कर दिया है। भारत में मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाली सस्ती मेडिकल सुविधा देना ही इसका उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि हृदय संबंधी रोग विशेष तौर पर कोनोनरी हृदय बीमारी (सीएचडी) भारत में तेजी से फैल रही है औश्र उनकी कंपनी इसके उपचार में मददगार तीसरी पीढ़ी के किफायती स्टेंट भारत में लेकर आयी है। श्री चेन ने कहा कि कोरोनरी एंजियोप्लास्टी के मामलों में भारत दुनिया में तीसरे स्थान पर है और सबको स्वास्थ्य सेवाओं के दायरे में लाने की सरकार की पहल के कारण पिछले कुछ सालों में इस बाजार में जबर्दस्त वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि भारतीय इकाई उनके उत्पाद फायरहॉक टीईएस को लॉन्च करके इंटरवेंशनल थेरेपी के लिए बेहतर समाधान प्रस्तुत की है। माइक्रोपोर्ट साइंटिफिक कॉर्पोरेशन की स्थापना 1998 में शंघाई में हुई थी और यह अभी अमेरिका और यूरोप सहित दुनिया के 80 देशों में कारोबार कर रही है।

कोई टिप्पणी नहीं: