नयी दिल्ली 27 मार्च, भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) और कोका-कोला इंडिया मिलकर अगले तीन साल में रेहड़ी-खोमचों पर खाने-पीने का सामान बेचने वाले 50 हजार लोगों को स्वास्थ्य, हाइजिन और संरक्षा के लिए प्रशिक्षित करेगी। एफएसएसएआई और कोका-कोला ने आज यहाँ इस आशय के एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षार किये। दोनों ने एक संयुक्त बयान में बताया कि पूरे देश भर में “क्लीन स्ट्रीट फूड” कार्यक्रम के तहत यह प्रशिक्षण दिया जायेगा। उनके की खाद्य सामग्री की गुणवत्ता बढ़ाकर रेहड़ी-खोमचों पर खाने का सामान बेचने वालों की सामाजिक और आर्थिक उन्नति भी सुनिश्चित की जा सकेगी। एफएसएसएआई की ओर से मुख्य कार्यकारी अधिकारी पवन अग्रवाल और कोका-कोला इंडिया की ओर से उसके अध्यक्ष वेंकटेश किनि ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये। प्रशिक्षण की विषय वस्तु तय करने और निगरानी का काम एफएसएसएआई का होगा जबकि कार्यक्रम के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी कोका-कोला की होगी। एफएसएसएआई “क्लीन स्ट्रीट फूड” कार्यक्रम के तहत पहले भी कई रेहड़ी-खोमचे वालों को प्रशिक्षित कर चुका है। कौशल विकास मंत्रालय के साथ मिलकर उसने दिल्ली में 20 हजार रेहड़ी-खोमचे वालों को प्रशिक्षित किया है।
मंगलवार, 28 मार्च 2017
50,000 रेहड़ी-खोमचा वालों को दिया जायेगा प्रशिक्षण
Tags
# देश
# व्यापार
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
व्यापार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें