उत्तर प्रदेश में योगी ने आज से खत्म की वीआईपी संस्कृति - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 21 अप्रैल 2017

उत्तर प्रदेश में योगी ने आज से खत्म की वीआईपी संस्कृति

yogi-finish-vip-culture
लखनउ, 21 अप्रैल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वीआईपी’ संस्कृति खत्म करने के मकसद से लाल और नीली बत्ती के इस्तेमाल को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है। योगी और उनके कैबिनेट सहयोगियों ने यहां कल देर रात विभिन्न विभागों के प्रस्तुतीकरण के बाद तय किया कि वीआईपी संस्कृति को खत्म करने के उद्देश्य से राज्य में लाल ब}ाी और नीली ब}ाी के प्रयोग को पूरी तरह से समाप्त कर दिया जाए। योगी ने कहा, ‘‘लाल और नीली ब}ाी के प्रयोग को समाप्त करने का फैसला तात्कालिक प्रभाव से लागू किया जाएगा।’’ राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि इसके क्रम में राज्य में आज यानी 21 अप्रैल से लाल एवं नीली ब}ाी के प्रयोग को समाप्त करने की अपेक्षा की गई है। यह फैसला जरूरी सेवाओं जैसे दमकल, एम्बुलेन्स, सेना और पुलिस वाहनों पर लागू नहीं होगा। योगी ने अति विशिष्ट व्यक्तियों :वीआईपी: की सुरक्षा में लगे अतिरिक्त बलों को भी कम किये जाने का निर्णय लिया है। लाल और नीली ब}ाी के प्रयोग को खत्म कर वीआईपी संस्कृति को समाप्त करने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर मुख्यमंत्री ने उन्हें बधाई देते हुए उनके प्रति आभार और धन्यवाद ज्ञापित किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा लिया गया यह एक जन-उपयोगी और बड़ा फैसला है, जिससे देश में वीआईपी संस्कृति समाप्त होगी और आम लोगों को राहत तथा सुविधा मिलेगी।

कोई टिप्पणी नहीं: