जय जगत 2018 भूमि अधिकार सत्याग्रह की तैयारी के लिए रूद्रपुरा में संपन्न हुआ महा अन्नदान सम्मेलन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 19 अप्रैल 2017

जय जगत 2018 भूमि अधिकार सत्याग्रह की तैयारी के लिए रूद्रपुरा में संपन्न हुआ महा अन्नदान सम्मेलन

maha-anndata-sammelan
ग्वालियर। गरीब, वंचितों के भूमि अधिकार के लिए 2018 में सत्याग्रह की तैयारी को लेकर आज 19 अप्रैल 2017 को ग्वालियर के रूद्रपुरा पंचायत के अंतर्गत 6 पंचायतों के 200 से अधिक आदिवासी मुखिया मौजूद थे। रूद्रपुरा पंचायत में 35 परिवारों ने 1.5 क्विंटल अनाज दान में दिया। एकता परिषद के द्वारा प्रत्येक परिवार से कम से कम 01 किलो और अधिकतम 02 किलो अनाज दान देने की अपील की है। यह दान आगरा में भारत सरकार के साथ 2018 में 10 सूत्रीय संयुक्त समझौते को लेकर पुनः दिल्ली घेरने की तैयारी के लिए महा अन्नदान सम्मेलन किया गया, इसके लिए एकता परिषद के द्वारा पूरे देश में अन्नदान का महासम्मेलन चल रहा है। गांव-गांव में वंचित समुदाय के लोग अन्न इकट्ठा कर रहे हैं। यह अभियान 15 अप्रैल से शुरू होकर 30 मई 2017 तक चलेगा। अन्नदान का उपयोग 2018 के आन्दोलन में किया जायेगा। महा अन्नदान पंचायत को संबोधित करते हुए एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रनसिंह परमार ने कहा कि पूरे देश में 01 लाख वंचित लोग 02 अक्टूबर 2018 को दिल्ली कूच करने के लिए तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अन्नदान के माध्यम से वह 05 लाख लोगों तक पहुंच बनायेंगे और प्रत्येक परिवार से 2-2 किलो अनाज दान देने की अपील की है जिससे वह अपने संसाधनों से दिल्ली की ओर कूंच कर अपने अनाज से भोजन कर सकेंगे और अपनी ताकत से अपने हक एवं आजीविका के अधिकार को लेंगे। ग्वालियर चम्बल क्षेत्र में 50 हजार लोगों से 500 क्विंटल अनाज दान में लेने का लक्ष्य रखा है। अन्नदान के ताकत से लोग अपना आन्दोलन कर सकेंगे। पंचायत के दौरान रूद्रपुरा में आवासीय भूमि अधिकार का मामला सामने आया जिसमें 35 परिवार जंगल की जमीन पर काबिज हैं लेकिन उनको आज तक मालिकाना हक नहीं मिला है एवं वनाधिकार के तहत भी उनके दावे दाखिल भी नहीं किए हैं। ऐसे मुद्दे सम्पूर्णं मध्यप्रदेश में है जिनको जिला स्तर से लेकर प्रांत और राष्ट्रीय स्तर पर 2018 में उठाने का कार्य एकता परिषद करेगी। 2018 के आन्दोलन की तैयारी पूरे देश में महा अन्नदान सम्मेलन से प्रारंभ हो चुकी है। महा अन्नदान सम्मेलन में एकता परिषद के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य राकेश दीक्षित, रवि बद्री, जन वकालात समन्वयक श्री मनीश राजपूत, जिला समन्वयक श्री डोंगर शर्मा, साबोबाई आदिवासी, झुमरन आदिवासी अध्यक्ष ग्राम कमेटी, कुलदीप तिवारी आदि साथी मौजूद थे।

कोई टिप्पणी नहीं: