पटना 23 अप्रैल, जनता दल यूनाईटेड (जदयू) ने कथित मिट्टी घोटाला मामले में मुख्य सचिव की ओर से लालू परिवार को दी गई क्लीनचिट को लेकर बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के बयान पर पलटवार करते हुये आज कहा कि राजकाज से बेदखल कर दिये गये श्री मोदी अब सरकारी अधिकारियों पर भड़ास निकाल रहे हैं। जदयू के मुख्य प्रवक्ता एवं विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि कथित मिट्टी घोटाला मामले में सचिव अंजनी कुमार सिंह के बयान पर श्री मोदी की प्रतिक्रिया उनके मानसिक दिवालियेपन की निशानी है। उन्होंने कहा कि राजकाज से बेदखल कर दिये जाने से बौखलाये भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधानमंडल दल के नेता श्री मोदी अब अपनी भड़ास सरकार और सरकारी अधिकारियों पर निकाल रहे हैं। श्री सिंह ने कहा कि मुख्य सचिव ने अपने बयान में कहा है, ‘मैंने इस मिट्टी ख़रीद के संबंध में वन विभाग से फ़ाइल मंगाई थी। इसमें यह तथ्य सामने आया है कि केवल नौ लाख रुपये की मिट्टी की खरीद की गई है। मिट्टी की ढुलाई और इससे जुड़ी मजूदरी पर कुल मिलाकर चालीस लाख रुपये खर्च हुए हैं। इस खरीद में पूरी तरह से विभागीय प्रक्रियाओं का पालन किया गया। फ़ाइल के तथ्यों के हिसाब से अस्सी लाख रुपये के घोटाले जैसी कोई बात सामने नहीं आई है।’ उन्होंने कहा कि सुशील मोदी अपनी राजनीति को ज़िंदा रखने के लिए इसी तरह लोगों पर आरोप लगाते रहते हैं।
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि राजनीति में शुचिता का शोर मचाने वाली भाजपा को अपने नेताओं का काला कारनामा दिखाई नहीं दे रहा है। बयानबाजी से पहले श्री मोदी को ईमानदारी से आत्मनिरीक्षण करना चाहिए। बिहार भाजपा में 64 प्रतिशत विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले लंबित हैं। भाजपा वाकई पार्टी विथ डिफरेंस है, क्योंकि दागियों और दूसरी पार्टी से निकाले गए दागियों को पार्टी में शामिल करने में यह सबसे आगे है। श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रशंसक से अवसरवादी आलोचक बने श्री मोदी को मुख्यमंत्री के नेतृत्व में विकसित हो रही नई राजनीतिक संस्कृति से सीख लेने की जरूरत है। उन्होंने ने कहा कि श्री कुमार कभी किसी के दबाव में काम नही करते है, जो राजनीतिक और समाजिक रूप से सही होता है, वही फैसला लेते है। कानून अपने स्तर पर काम कर रहा है जिसपर भी आरोप लगे है उसकी जांच हो रही है। जदयू प्रवक्ता ने कहा कि श्री मोदी को अपना कुनबा देखना चाहिए, जहां भ्रष्टाचारियों की पूरी फेहरिस्त है। पूर्व उप मुख्यमंत्री को शायद यह समझ में नही आता है कि सरकार के दायरे में क्या है। श्री मोदी को छपास रोग लग गया है इसलिए वे किसी भी मामले पर उल्टा सीधा बयान देकर अखबार में छपना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून का राज है और हमेशा रहेगा।
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