समाजिक संस्था चेतना ने पहली वर्षगांठ मनाई - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 18 अप्रैल 2017

समाजिक संस्था चेतना ने पहली वर्षगांठ मनाई

social-chetna-anniversiry
असहाय,आर्थिक रूप से कमजोर,रक्तदान जैेसे समाजिक कार्य करने वाली संस्था चेतना ने पहली वर्षगांठ रोहिणी के होटल क्राउन प्लाजा में मनाई। संस्था द्वारा एक वर्ष के कार्य पर एक सार्थक चर्चा एवम अगामी वर्ष की कार्य योजना पर गम्भीर चिंतन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता लोकप्रिय कवि एवं चेतना के अध्यक्ष श्री राजेश चेतन ने की तथा संयोजन श्री भारत भूषण अलाहाबादी ने किया । ‘डिनर विद प्रेस’ नाम से एक विचार गोष्ठी का आयोजन भी किया। गोष्ठी में संस्था चेतना बोर्ड के समस्त सदस्य श्री अशोक बंसल, श्री दिनेश गुप्ता, श्री जे. एस. गुप्ता, श्री एन. आर. जैन, श्री सत भूषण गोयल और श्री सुनील अग्रवाल और श्री पवन कंसल उपस्थित थे । आमंत्रित  पत्रकारों ने सुझाव दिया कि वर्ष में कम से कम तीन या चार बार इस प्रकार की गोष्ठी का आयोजन होना चाहिए । ​

कोई टिप्पणी नहीं: