29 अप्रैल, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने आतंकवाद को पूरे विश्व और सभी समाज के लिए बड़ा खतरा बताते हुए आज कहा कि इसने महामारी का रूप ले लिया और दुनिया का लगभग हर देश छोटे या बड़े रूप में इससे पीड़ित है। श्री अंसारी ने आर्मेनिया और पोलैंड की पांच दिन की यात्रा की समाप्ति के बाद स्वदेश लौटते समय अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर समग्र संधि (सीसीआईटी) के बारे में पत्रकारों द्वारा पूछे गये सवाल पर कहा कि 1994 में वह संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि थे, उस दौरान भारत ने सीसीआईटी पर एक प्रस्ताव पेश किया था लेकिन आतंकवादी की परिभाषा के संबंध में मतभेद होने के कारण इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समझौते करते समय सभी तरह की कानूनी समस्यायें आती हैं और जो लोग इन्हें आगे नहीं बढ़ने देना चाहते हैं, वे कानूनी कायदे बीच में ले आते हैं। इससे कुछ देश को इस तरह के समझौतों में शामिल न होने का बहाना मिल जाता है। श्री अंसारी के साथ यहां सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री गिरिराज सिंह भी थे। श्री अंसारी ने कहा, “आर्मेनिया और पोलैंड-दोनों मैत्रीपूर्ण देश हैं और हम द्विपक्षीय सहयोग में दिलचस्पी फिर बढ़ाने में सफल रहे हैं।” उन्होंने कहा कि आमेर्निया हालांकि छोटा देश है लेकिन वह परम्परागत रूप से भारत के लिए बहुत मैत्रीपूर्ण है। पोलैंड का उल्लेख करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि मध्य यूरोप में यह सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और भारत ने उससे व्यापार बढ़ाया है। पोलैंड में भारतीय निवेश और भारत में पोलैंड का निवेश है और विचार विमर्श के दौरान दोनों देशों ने सहयोग के कुछ विशेष क्षेत्रों-स्वच्छ कोयला खनन प्रौद्योगिकी, कृषि उत्पाद और तकनीक तथा रक्षा सहयोग की पहचान की है, जिनमें काम शुरू हो रहा है या जल्दी ही शुरू किया जा सकता है।
रविवार, 30 अप्रैल 2017
आतंकवाद विश्व, समाज के लिए बड़ा खतरा : अंसारी
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