पटना, 11 मई, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह ने दरभंगा जिला के हावीडीह गांव में पुलिस फाइरिंग में एक दलित युवक की मौत तथा तीन अन्य दलितों के जख्मी होने की घटना की कड़ी निन्दा की है तथा दरभंगा सदर एस.डी.ओ के खिलाफ कानूनी कार्रवाई तथा मृतक एवं घायल दलितों को पर्याप्त मुआवजा देने की मांग की है। आज यहां जारी अपने बयान में सत्य नारायण सिंह ने कहा कि दरभंगा जिलान्तर्गत बहेड़ी थाना के हावीडीह गांव में दरभंगा सदर एसडीओ की मौजूदगी में पुलिस ने 5 मई को दलितों पर अंधाधुंध बर्बरतापूर्ण फाइरिंग की जिससे एक 23 वर्षीय दलित युवक विजय राम की मौत हो गइ्र्र और तीन अन्य दलित जिसमें एक अविवाहित लड़ी भी है, बुरी तरह घायल हो गय। कम्युनिस्ट नेता ने कहा कि भूदान की जमीन, जो हावीडीह गांव के दलितों को वितरित की गई थी, के विवाद के सिलसिले में सदर एसडीओ पुलिस बल के साथ गांव में 5 मई को गये हुए थे। कुछ स्थानीय लोग पर्चाधारी दलितों की जमीन को लेना चाहते थे। इस वजह से दलितों और कुछ अन्य लोगों के बीच विवाद था। पुलिस ने इस विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने के बजाय दलितों पर अंधाधुंध गोलियाँ बरसायी, जिससे एक युवक की मौत हो गई और तीन अन्य दलित घायल हो गये। इस घटना के लिए सदर एसडीओ पूरी तरह जिम्मेवार हैं, क्योंकि उनकी आंखों के सामने यह घटना हुई। इसलिए उक्त एसडीओ को तुरंत निलंबित किया जाय तथा उनके खिलाफ आपराधिक मुकद्दमा दर्ज किया जाय। सत्य नारायण सिंह ने मांग की है कि मृतक युवक के परिवार को दस लाख रूपये तथा प्रत्येक घायल को दो-दो लाख रूपये बतौर मुआवजा दिया जाय। साथ ही साथ दलितों को दी गई भूदान की जमीन की सुरक्षा की जाय। इस घटना से यह साफ हो गया है कि बिहार में दलितों एवं अन्य कमजोर वर्गों के जान-माल सुरक्षित नहीं है और राज्य सरकार इन्हें सुरक्षा प्रदान करने में विफल है।
गुरुवार, 11 मई 2017
बिहार : भाकपा ने दलित युवक की मौत की कड़ी निन्दा की
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