लाडली फाउंडेशन के संस्थापक देवेंद्र गुप्ता डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 28 मई 2017

लाडली फाउंडेशन के संस्थापक देवेंद्र गुप्ता डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित

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नई दिल्ली : बाराबंकी सांसद व लाडली फाउंडेशन की संरक्षक  श्रीमती प्रियंका सिंह रावत के नेतृत्व में अपने सामाजिक कार्यों का परचम लहराने वाले राष्ट्रीय पुरुस्कार विजेता व लाडली फाउंडेशन ट्रस्ट के संस्थापक श्री देवेंद्र कुमार गुप्ता को उनके उत्कृष्ट सामाजिक योगदान के लिए उन्हें मानद डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया।  भारतीय वास्तविक विश्विद्यालय एवम् शांति प्रतिष्ठान द्वारा बैंगलोर के भारतीय विद्या भवन में आयोजित विश्विद्यालय के वार्षिक दीक्षांत समारोह में राज्य के वरिष्ठतम गणमान्य विभूतियों  की उपस्थिति में वरिष्ठ भारतीय प्रशासनिक अधिकारी एव कर्नाटक सरकार में पूर्व सचिव  श्री सी. सोमशेखर  द्वारा_ द्वारा श्री देवेंद्र को उनके द्वारा लंबे समय से की जा रही अनुसूचित जाति ,जनजाति व अन्य बेहद गरीब परिवार की बेटियों की शिक्षा व उनके सशक्तिकरण व दिव्यांग व नेत्रहीन बेसहारा जनो के लिए के लिए किए गए उत्कृष्ट कार्यो द्वारा सामाजिक कार्यों में अभूतपूर्व विशेषता के लिए मानद डॉक्टरेट  प्रदान की  गई।*


दिल्ली के बेहद सामान्य परिवार में जन्मे देवेंद्र बचपन से ही सामाजिक कार्यों में सम्मिलित रहे हैं 14 वर्ष की आयु से ही वे सामाजिक बुराइयों के खिलाफ लड़ते आ रहे हैं जिनमे उनके द्वारा 2006 मे सैकड़ो नाबालिग युवाओं को नशे के लिए बेची जा रही बंधित दवाइयों की बिक्री के खिलाफ दवा विक्रेताओं के खिलाफ संघर्ष व गैस डीलरों द्वारा गरीब परिवारों से घरेलू गैस कनेक्शन के लिए गलत तरीके से अधिक रुपए वसूलने के खिलाफ लड़ाई प्रमुख रही हैं। वर्ष 2010 में  लाडली फाउंडेशन की स्थापना के बाद से ही देवेंद्र अनुसूचित जाति, व कमजोर वर्ग की अशिक्षित बेटियों को पौढ़ शिक्षा के माध्यम से उन्हें रोजगार दिलाकर उनके उत्थान के किये राष्ट्रीय स्तर पर कार्य कर रहे हैं । ऐसे ही गरीब परिवारों व अनुसूचित जाति में जन्मी वे बेटियां जो आर्थिक असमर्थता व दिव्यांग होने के कारण अविवाहित रह गई व घर व पड़ोस के असामाजिक मानसिकता के लोगो द्वारा पीड़ित रही है ,ऐसी 600 से अधिक बेटियों के विवाह का सम्पूर्ण खर्च उठाकर उनका घर बसाकर उन्हें सामाजिक सुरक्षा प्रदान कर चुके हैं , *उनके द्वारा किये गए किसी भी सामाजिक कार्य के लिये उन्होंने किसी कभी भी कोई सरकारी आर्थिक सहायता नहीं ली । अपने ही प्रयासों से वे राष्ट्रीय स्तर पर ऐसे पुनीत कार्यो को पूरा करते आये हैं*। जिसके लिए वर्ष 2014 में भारत सरकार द्वारा उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार सहित अनेको पुरुस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है । अभी हाल ही में देश के  राष्ट्रीय पुरस्कार धारको के सर्वोच्च संघ द्वारा उन्हें राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त करके देश भर के सम्मानित राष्ट्रीय पुरुस्कार्थियों को एक साथ लेकर राष्ट्रीय एकीकरण व राष्ट्र निर्माण में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी गईं । 

देश की अंतराष्ट्रीय नीतियों में उनकी सहभागिता व अनुसंधान  के दौरान हाल ही में दिल्ली के कांस्टीट्यूशनल क्लब में देवेंद्र द्वारा भारत तिब्बत सम्मिट का आयोजन किया गया जिसमें तिब्बत के राष्ट्रपति डॉ लोबसांग सांगे, लोक सभा सांसद श्रीमती प्रियंका सिंह रावत व भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल अग्रवाल की उपस्तिथि में भारत तिब्बत संबंधों व संस्कृति पर गहन चर्चा की गई। जिसके लिए देशभर से सामाजिक विश्लेषकों द्वारा उनकी प्रशंसा की गई। बंगलोर से मानद डॉक्टरेट की उपाधि लेकर वापिस दिल्ली लौटने पेर उनके समर्थकों व अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा दिल्ली एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया। इस मौके पर लाडली फाउंडेशन की संरक्षक व लोकसभा सांसद प्रियंका सिंह रावत द्वारा देवेंद्र को अपनी शुभकामनाएं देते हुए अन्य युवाओं को देवेंद्र से प्रेरणा लेते हुए सामाजिक कार्यों में उनकी भागीदारी को बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।

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