दरभंगा 22 मई, वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानी , जाने-माने साहित्यकार एवं पत्रकार उग्रनारायण मिश्रा ‘कनक’ का आज यहां निधन हो गया । वे 93 वर्ष के थे । पारिवारिक सूत्रों ने यहां बताया कि श्री मिश्र पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे और उनका इलाज एक निजी चिकित्सालय में चल रहा था1 उन्होंने आज सुबह अंतिम सांस ली । श्री कनक का अंतिम संस्कार देर शाम उनके पैतृक गांव मकरंदा में किया गया। मुखाग्नि उनके बड़े पुत्र विनोद कुमार मिश्रा ने दी । श्री कनक के परिवार में छह पुत्र और तीन पुत्रियां हैं । भूदान आंदोलन एवं खादी आंदोलन में श्री कनक ने काफी सक्रिय भूमिका निभायी । सर्वोदयी नेता के रूप में भी वे काफी चर्चित रहे । स्वतंत्रता संग्राम के दौरान वे कई बार जेल गये ।श्री कनक पटना से प्रकाशित हिन्दी दैनिक आर्यावर्त से जुड़े थे । उन्होंने साहित्य साधना के क्रम में कई पुस्तकें लिखे जिनमें चनरी , जुबैदा , हम नील कंठ , प्रेम ,गोपाल बाबू एवं गजानन बाबू काफी चर्चित रहीं । श्री कनक के निधन से साहित्य जगत में शोक की लहर है । उनके निधन पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री मोहम्मद अली अशरफ फातमी , सांसद कीर्ति आजाद , राज्य के भूमि सुधार मंत्री मदन मोहन झा , विधायक ललित यादव , साहित्यकार कमलेश सहित बड़ी संख्या में साहित्यकारों,पत्रकारों और लेखकों ने शोक व्यक्त किया है ।
मंगलवार, 23 मई 2017
दरभंगा : वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानी पत्रकार उग्रनारायण मिश्रा ‘कनक’ का निधन
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