मधुबनी : इप्टा की 74वीं वर्षगांठ मनाई गई - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 26 मई 2017

मधुबनी : इप्टा की 74वीं वर्षगांठ मनाई गई

ipta-anual-day-madhubani
मधुबनी के सूड़ी स्कूल के प्रांगण में वृहस्पतिवार 25 मई 2017 को इप्टा की 74वीं वर्षगांठ मनाई गई। विश्व की सबसे बड़ी सांस्कृतिक संस्था इप्टा(इंडियन पीपुल थिएटर एसोसिएशन) की मधुबनी इकाई के अध्यक्ष अरविंद प्रसाद ने कहा कि अगले एक साल तक जनसंवाद, गीत और नुक्कड़ नाटक का लगातार प्रदर्शन किया जाएगा। आज़ादी से पहले से ही इप्टा ने आज़ादी में लागों को एकजुट करने का काम किया और अभी भी कर रही है। गरीबी, समाजवाद, और प्रगति की सोच को लेके इप्टा चला है और आगे भी करता रहेगा।  इप्टा के प्रदेश सचिव इन्द्र भूषण रमण बमबम ने किया। उन्होंने कहा कि हम 25 मई 1943 से जनता की आवाज़ हैं,  जो जनता की बात जनता तक जनता पहुचाती रही है। उन्होंने कहा कि इप्टा का नामांकन डॉ०होमी जहांगीर भाभा ने किया था। "सारे जहां से अच्छा" गीत  की धुन जो आज भारतीय सेना भी गाती है उसे  इप्टा के सेंटल सांस्कृतिक जत्था के लिए पंडित रविशंकर ने तैयार किया था। सुभाष चंद्र बोस, सरोजनी नायडू, प्रोफेसर हिरेन मुखर्जी, अहमद अब्बास, बलराज साहनी, पृथ्वीराज कपूर, संजीव कुमार, नर्गिस, नंदिता दास, सबाना आज़मी, हसरत जयपुरी आदि इप्टा से जुड़ी हुई प्रमुख हस्ती में से हैं। इस अवसर पर एक नुक्कड़ नाटक "मन में है विश्वास" का मंचन रमेश, श्रीप्रसाद, धीरज, अभिषेक, रंजीत, रौशन, दीपक ठाकुर, हरिनारायण, मिन्नी कुमारी, जूही कुमारी, रजनी, अंजलि, सपना, सरिता, जमुना, संतोष कुमार, कौशल और अन्य लोगों ने मिल कर किया। मंच का संचालन श्री प्रसाद दास ने किया।

कोई टिप्पणी नहीं: