नयी दिल्ली, 21 मई, दिल्ली सरकार से बर्खास्त मंत्री कपिल मिश्रा ने काफी पहले पार्टी से निकाल दिए गए दो बड़े नेताओं प्रशांत भूषण और योगेन्द्र यादव से आज सार्वजनिक रूप से माफी मांगते हुए कहा कि इन लोगों ने पार्टी में पनप रही तानाशाही के खिलाफ जो आवाज उठाई थी, उस पर गौर नहीं करके उन्होंने बहुत बड़ी गलती की। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके चार-पांच खास करीबी नेताओं पर आज फिर तीखा हमला करते हुए कपिल मिश्रा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि पार्टी को इन लोगों ने हाईजैक कर रखा है। उन्हाेंने इस मौके पर प्रशांत भूषण और योगेन्द्र यादव से माफी मांगते हुए कहा “मैं शर्मिंदा हूूं ,आपलोगों की बात पर समय रहते ध्यान नहीं दिया ,यह बड़ी गलती हो गई। केजरीवाल जी के इशारे पर मैंने आप लोगों के खिलाफ अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया था।” उन्होंने इसके साथ ही पार्टी के दो नेता संजय सिंह और आशुतोष के रूस दौरे का खुलासा किया और पार्टी में पनप रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्यकर्ताओं से आवाज उठाने का अाह्वान किया। कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया कि आशुतोष और संजय सिंह के रूस दौरे को शीतल सिंह नामक एक व्यक्ति द्वारा प्रायोजित किया गया था। उन्होंने इस शख्स को श्री केजरीवाल द्वारा संरक्षण दिए जाने की बात की और कहा कि श्री केजरीवाल को यह बताना चाहिए कि वह इस व्यक्ति काे जानते है या नहीं। उन्हें यह मालूम है कि नहीं कि यह व्यक्ति हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट का कारोबार करता है। कपिल मिश्रा ने कहा कि दिल्ली में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट का करीब 400 करोड़ का घोटाला हुआ है। इस घोटाले में शामिल कंपनियों के शीतल से संबंध रहे हैं। आम आदमी पार्टी की दिल्ली में बनी पहली सरकार के शासनकाल में ही इस घोटाले का पर्दाफाश हुआ तो फिर क्या वजह रही कि दूसरी बार आप की सरकार बनने पर भी शीतल की कंपनी को दिए ठेके रद्द नहीं किए गये। यह शीतल ही है जो आप के नेताओं को विदेश की सैर करा रहा है। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि घोटाले में शामिल कंपनियों से जुड़े कई लोग हवाला कारोबार में भी संलिप्त हैं
सोमवार, 22 मई 2017
कपिल ने योगेंद्र-प्रशांत से मांगी माफी, कहा सुननी चाहिए थी आपकी बात
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