- उपभोक्ता की हो रही परेशानी, शादी के मौसम में पैसे के लिए भटकने को मजबूर उपभोक्ता ॥
मधुबनी (दिनेश सिंह) जिले में पैसे निकासी के लिये एटीएम व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है । मुख्यालय के रेलवे स्टेशन हो या बीएसएनएल ऑफिस , सूरी स्कूल हो या जल्धारी चौक या हेड पोस्ट ऑफिस , लगभग सभी जगह के एटीएम शहर में शोभा की वस्तु बनकर रह गयी है । बता दे कि शादी का मौशम है हर घर में रोज़ पैसे की ज़रूरत पड़ती है । दुर - दुर से लोग आते है निकासी के लिये , परंतु शहर के ढीले एटीएम व्यवस्था को देख लोग मायूस हो जाते है । वहीं बैंक के लाइन में लगकर नगद निकासी करना लोगों के लिये , लोहे के चने चबाने जैसा है , क्योंकि नोट बंदी के बाद भी बैंक की लाइन में कोई कमी आयी नहीँ है । अब हाल प्रखंडों का भी जान लें । पन्डौल , राजनगर , बाबूबरही , खजौली , झँझारपुर , जयनगर , लदनीया एवं जिले के सभी अनुमंडल एवं प्रखंड के एटीएम का हाल मुख्यालय से भी बदतर है । बता दे की यहाँ महीने में तीन से चार दिन ही एटीएम में पैसा रहता है । इसी क्रम में मै आपको आज राजनगर के एटीएम की सैर कराता हूँ । सबसे पहले पीएनबी में पहुँचा , जहाँ पर एटीएम ठीक है परंतु कभी यहाँ पैसा ही नहीँ रहता । फ़िर आया एसबीआई ब्रांच के सिडिएम ई - कॉर्नर पर , जहाँ एटीएम का शटर गिरा हुआ था ,लोगों की लम्बी लाइन लगी थी । गार्ड ने बताया की कूछ खराबी आ गयी है एटीएम में , वही ठीक हो रहा है । बता दूँ कि यहाँ भी एटीएम में पैसा नहीँ था । लाइन में लगे लोगों से पूछा तो उन्होने बताया कि यहाँ सिडिएम ई कॉर्नर रहने के कारण यहाँ पैसा जमा भी होता है , जिस कारण कूछ निकासी हो जाती है । लाइन में लगे लोगों ने बताया कि हमलोग एक घंटे से लाइन में लगकर इंतजार कर रहे हैं । फ़िर यहाँ से पहुँचा सेंट्रल बैंक के शाखा पर , वहाँ भी एटीएम का शटर गिरा हुआ था । फ़िर पहुँचा चट्टी रोड स्थित एसबीआई के एटीएम पर वहाँ भी एटीएम खाली । वही हाल गाँधी चौक , भट्टी चौक एवं मच्छट्टा चौक का भी था । कहीँ पर एटीएम बन्द था तो कहीँ पर पैसा नहीँ । एक बैंक अधिकारी ने बताया की राजनगर के एटीएम में पैसा डालने के लिये जिला मुख्यालय से गाड़ी आती है । जितना भी पैसा एटीएम में डाला जाता है , एक से दो घंटे के अंदर पैसा ख़त्म हो जाता है ।
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