दरभंगा : MSU छात्रों की दरभंगा विश्वविद्यालय में भूख हड़ताल - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 25 मई 2017

दरभंगा : MSU छात्रों की दरभंगा विश्वविद्यालय में भूख हड़ताल

msu-strike-in-lnmu
LNMU में व्याप्त भ्रष्टाचार व रिजल्ट धांधली अनियमिता के संसोधन व पुर्नमूल्यांकन परीक्षा नियंत्रक के बर्खास्तगी के माँगो को लेकर मिथिला स्टूडेंट यूनियन पिछले दिन से भूख हड़ताल पर है ।  मिथिला मिथिला स्टूडेंट यूनियन लगातार छात्र व क्षेत्र हितों की मांगों को लेकर आंदोलन करती आ रही है । आज भ्रष्टाचार के चोले पहने विवि प्रशासन को भ्रष्टाचार मुक्त करने के लिए MSU के पांच  छात्र विगत दिनों से भूख हड़ताल पर है उनकी मांग इस प्रकार है -

1.स्नातक परथन खण्ड के रिजल्ट धांधली अनिमयिता व पुर्नमूल्यांकन
2. विवि प्रशाषन को रिजल्ट अनियमिता की जिम्मेदार परीक्षा नियंत्रक को बर्खास्त किया जाए ।

भूख हड़ताल पर बैठे छात्र धीरज कुमार - दाथ घनश्यामपुर, अमित ठाकुर - पोहद्दी बेनीपुर,  सुनील महतो - छोटइपट्टी,  राहुल झा - कमलपुर घनश्यामपुर, जय प्रकाश झा - शिवराम बेनीपुर हैं !  शांतिपूर्ण तरीके से छात्र हितों के लिए संघर्षरत छात्र संगठन ने इस दौरान विश्विद्यालय के सैकड़ो छात्रों अनशनकारियों के समर्थन में  विवि में व्याप्त भ्रष्टाचार को सामने रखा है! अनशनकारियों का कहना है कि जबतक हमारी माँगो को पूरा नही किया जाता हम अपना अनशन जारी रखेंगे । इसी बीच अनशनकारियों के समर्थन में बिहार प्रभारी नीरज शेखर उपाध्यक्ष सुभाष पासवान व मधुबनी अध्यक्ष राघवेन्द्र रमन पहुंचे । धरनास्थल पर राजा रॉय नीतीश कश्यप दिवाकर मिश्र आशीष कश्यप व अन्य मौजूद थे । कुलपति जी वार्ता करने पूरी ताम- झाम के साथ वार्ता नही बल्कि आंदोलन को दबिश करने के लिए आये थे जहां हड़ताली और विवि प्रशाशन कि सहमति नही बनी।

कोई टिप्पणी नहीं: