राज्यहित के मामलों पर राजनीति अच्छी बात नहीं : रविशंकर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 12 मई 2017

राज्यहित के मामलों पर राजनीति अच्छी बात नहीं : रविशंकर

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पटना 11 मई, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी और कानून एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज यहां देश की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी एवं सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेंसी (टीसीएस) के बीपीओ सेंटर की स्थापना कार्यक्रम में निमंत्रण के बाद भी बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी के शामिल नहीं होने पर नाराजगी जाहिर करते हुये कहा कि वैचारिक मतभेद के बावजूद राज्य के विकास के मुद्दों पर राजनीति करना अच्छी बात नहीं है। श्री प्रसाद ने श्री चौधरी का नाम लिये बगैर कहा कि कुल 56 देशों में सेवा देने वाली दुनिया की बड़ी आईटी कंपनियों में से एक टीसीएस का पटना में आज बीपीओ केंद्र स्थापित करना बिहार के लिए ऐतिहासिक दिन है। लेकिन राज्य सरकार की ओर से प्रतिनिधि का भाग नहीं लेना निराशाजनक है। उन्होंने कहा,“हमारे बीच पार्टी के स्तर पर वैचारिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन उसका असर राज्य के विकास के मुद्दों पर नहीं पड़ना चाहिए। विशेषकर ऐसे मामलों पर तो राजनीति होनी ही नहीं चाहिए।” केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देश में काराेबार को आसान बनाने के लिए किये गये उपायों से पिछले ढाई वर्ष में मोबाइल फोन बनाने वाली कुल 72 कंपनियां भारत आई हैं। इनमें से 40 कंपनियां केवल मोबाइल फोन बनाती हैं जबकि शेष 32 बैटरी, चार्जर और अन्य एसेसीरीज तैयार करती है। उन्होंने कहा कि इनमें से कुछ कंपनियां बिहार में भी अपना उद्योग लगा सकती थीं लेकिन इसके लिए राज्य सरकार से पर्याप्त सहयोग मिलना भी जरूरी होता है। श्री प्रसाद ने बोधगया की वैजयंती देवी और उनकी तरह अपने-अपने क्षेत्रों में कॉमन सर्विस सेंटर के जरिये डिजिटल डिलिवरी सेवा उपलब्ध कराने वाली दलित गरीब महिलाओं को मंच पर बुलाकर मीडिया से रूबरू कराते हुये कहा कि मोदी सरकार की नीतियां समाज के अंतिम पायदान पर खड़ी ऐसी महिलाओं को डिजिटली सशक्त बनाने के लिए है। ये ही डिजिटल इंडिया के सच्चे सैनिक हैं। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि मोदी सरकार ने विकास के मुद्दे पर कहां राजनीति की, उनका तो नारा है ‘सबका साथ सबका विकास।’ केंद्रीय मंत्री ने कहा, “राजनीति अपनी जगह है, यदि हम बिहार सहित देश के सभी युवाओं के चेहरे पर मुस्कान ला सकें तो यह हमारे लिए गर्व की बात होगी।” इस मौके पर बिहार विधानसभा लोक लेखा समिति के सभापति और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने भी कार्यक्रम में श्री चौधरी के अनुपस्थित रहने पर निराशा जताई।

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