नयी दिल्ली 25 मई, भारत - पाकिस्तान के रिश्तों में लंबे समय से चल रही कडवाहट के बीच विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भारतीय नागरिक उज्मा अहमद की सुरक्षित स्वदेश वापसी की प्रक्रिया में सहयोग के लिए आज पाकिस्तान के अधिकारियों तथा न्यायपालिका का आभार जताया। पाकिस्तान में विवाह के लिए मजबूर की गयी सुश्री उज्मा अहमद की मौजूदगी में श्रीमती स्वराज ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राजनीतिक रिश्ते अपनी जगह हैं लेकिन पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय ने इस मामले में जिस तरह से मानवीय आधार पर सहयोग किया है इसके लिए वह उनके प्रति आभार प्रकट करती हैं। इस्लामाबाद उच्च न्यायालय से स्वदेश लौटने की अनुमति मिलने के बाद सुश्री उज्मा पाकिस्तान में भारत के उप उच्चायुक्त जे पी सिंह के साथ वाघा सीमा के रास्ते आज ही यहां पहुंची हैं। विदेश मंत्री ने कहा कि उज्मा का मुकदमा लडने वाले वकील शाहनवाज नून भी धन्यवाद के पात्र हैं क्योंकि उन्होंने यह मुकदमा एक पिता की तरह लडा। उन्होंने कहा कि इस मामले में फैसला सुनाने वाले न्यायाधीश कियानी ने भी मानवीय आधार पर फैसला सुनाया है। उज्मा के साथ जबरन विवाह करने वाले पाकिस्तानी नागरिक ताहिर अली ने न्यायाधीश के समक्ष दलील दी थी कि यह पाकिस्तान की प्रतिष्ठा का मामला है जिस पर न्यायाधीश ने कहा कि इसमें पाकिस्तान की प्रतिष्ठा कहां से बीच में आ गयी और उन्होंने फैसला उज्मा के पक्ष में सुनाते हुए उसे स्वदेश लौटने की अनुमति दे दी। श्रीमती स्वराज ने कहा कि न्यायाधीश कियानी ने फैसला सुनाते समय ही इस्लामाबाद में भारत के उप उच्चायुक्त जे पी सिंह से कहा कि आप उज्मा के दस्तावेज लेकर इसे वाघा सीमा से भारत ले जायें।
शुक्रवार, 26 मई 2017
उज्मा मामले में सुषमा ने जताया पाकिस्तान का आभार
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