डीयू-जेएनयू पर मुखर हुए लोग बीफ फेस्ट पर खामोश क्यों : आदित्यनाथ - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 30 मई 2017

डीयू-जेएनयू पर मुखर हुए लोग बीफ फेस्ट पर खामोश क्यों : आदित्यनाथ

why-quit-on-beef-feast-aditynath-asked
लखनउ, 29 मई, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वध के लिये पशु बाजार से जानवर खरीदने पर रोक लगाये जाने के विरोध में केरल में ‘बीफ फेस्ट’ के आयोजन पर सवाल उठाये। योगी ने कल रात भाजपा के सहयोगी संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् :अभाविप: द्वारा आयोजित अभिनन्दन समारोह में कहा ‘‘दिल्ली विश्वविद्यालय और जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय की घटनाओं पर बोलने वाले इस घटना :बीफ फेस्ट: पर मौन क्यों हैं?’’ उन्होंने कहा कि देश में हर षड्यंत्र पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् मुखर होकर सामने आती रही है। राष्ट्रवाद इस देश की मूल परम्परा रही है और अभाविप इसे शुरू से ही अपना रही है। ज्ञातव्य है कि योगी आदित्यनाथ ने गत 19 मार्च को सत्ता में आते ही गौवध पर सख्ती से रोक लगाते हुए अवैध रूप से संचालित किये जा रहे सभी बूचड़खानो को बंद करा दिया था। केन्द्र सरकार द्वारा लगायी गयी पाबंदी के विरोध में केरल में बीफ फेस्ट :गोमांस भोज: आयोजित किये गये थे। युवक कांग्रेस के एक कार्यकर्ता और उसके साथियों ने कन्नूर में कथित रूप से सार्वजनिक तौर पर एक बछड़े का वध कर दिया था। केरल पुलिस ने बाद में युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया था।

कोई टिप्पणी नहीं: