छह लोगों की मौत के बाद मध्यप्रदेश बंद, मंदसौर में हिंसक प्रदर्शन, देवास में थाने एवं वाहन फूंके - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 8 जून 2017

छह लोगों की मौत के बाद मध्यप्रदेश बंद, मंदसौर में हिंसक प्रदर्शन, देवास में थाने एवं वाहन फूंके

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भोपाल, 07 जून, मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में किसानों के उग्र आंदोलन के दौरान गोलीबारी में छह लोगों की मौत के एक दिन बाद आज पुलिस प्रशासन के सख्त सुरक्षा प्रबंधों के बीच राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ के प्रदेश बंद के आह्वान का राज्य के पश्चिमी हिस्से में व्यापक असर दिखाई दिया, मंदसौर जिले में कर्फ्यू के बावजूद आज कई हिस्सों में प्रदर्शनकारियों ने उग्र प्रदर्शन किया, देवास जिले में दो थानों, एक यात्री बस सहित कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। राज्य के हिंसाग्रस्त इलाकों में उग्र प्रदर्शन, आगजनी और हिंसक घटनाओं की सूचनाएं प्राप्त हुयी हैं। मंदसौर जिले के पिपल्यामंडी में कल किसानों के उग्र आंदोलन और पुलिस-प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के बाद हुई कथित तौर पर पुलिस की गोलीबारी में छह किसानों की मौत हो गई थी। इसके बाद पिपल्यामंडी समेत मंदसौर जिला मुख्यालय और कई स्थानों पर कर्फ्यू लगा दिया गया था, इसके बावजूद आज सुबह लोगों को समझाने बरखेड़ापंत पहुंचे कलेक्टर स्वतंत्र कुमार सिंह के साथ आंदोलनकारियों ने मारपीट तक कर दी। इसका वीडियो भी सामने आया है। इसमें कुछ लोग उनके साथ मारपीट और दुर्व्यवहार कर रहे हैं। सुबह के इस घटनाक्रम के बाद कई स्थानों से आगजनी की खबरें हैं। जिले में एक एटीएम, एक फैक्ट्री, एक टोल प्लाजा पर पथराव और आग लगाने की कोशिश की सूचना मिल रही है, हालांकि इस बारे में किसी आला अधिकारी से बातचीत नहीं हो सकी है। वहीं जिले के सीतामऊ में भी किसानों ने उग्र प्रदर्शन किया। जिले के मल्हारगढ़ में उग्र आंदोलनकारियों ने पटरियों को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिससे नीमच-मंदसौर से लेकर राजस्थान के चित्तौड़गढ के बीच का रेल यातायात प्रभावित होने की खबर है। देवास जिले के भौरासा थाना क्षेत्र के नेवरी फाटा पर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने भोपाल से इंदौर जा रही एक यात्री बस को रोक कर उसमें तोड़फोड़ करने के बाद उसे आग के हवाले कर दिया। यहां लगभग आधा दर्जन अन्य वाहन भी जला दिए गए। इसके बाद भोपाल इंदौर मार्ग में देवास बायपास और उज्जैन मार्ग को बंद कर दिया। निजी बस संचालकों द्वारा भोपाल-इंदौर के बीच आज सभी बस सेवाओं को रद्द किए जाने की सूचना है। देवास के हाट पिपल्या थाने में फायर ब्रिगेड की गाड़ी, पुलिस की 15 बाइक, जब्ती की लगभग सौ बाइक, एक ट्रक, तीन बस और 20 अन्य बड़े वाहनों को आग के हवाले कर दिया। वहीं बागली थाने में भी आगजनी की गई। वहां पुलिस के आवासीय मकानों में आग लगाई गई। सूत्रों ने बताया कि चापड़ा चौकी में डायल-100 वाहन, एक डंपर और बसों में तोड़फोड़ की गई। वहां कई दुकानों में भी तोड़फोड़ की जानकारी मिली है। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बागली के अनुविभागीय दंडाधिकारी और पुलिस अनुविभागीय अधिकारी के वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। राजधानी भोपाल के मुख्य बाजारों में बंद का ज्यादा असर नहीं दिखा। राजधानी के मुख्य चौक बाजार, सर्राफा और न्यूमार्केट समेत अन्य सभी व्यावसायिक क्षेत्र खुले रहे, लेकिन पुलिस ने ऐहतियातन सभी आवश्यक उपाय किए थे। अतिरिक्त पुलिस बल संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात रहा। हालाकि सत्ता के गलियारों में किसान आंदोलन की चर्चा ही छायी रहीं। मिसरोद क्षेत्र के अलावा नए भोपाल के कुछ क्षेत्रों में कतिपय कांग्रेस नेताओं ने दुकानें आदि बंद कराने का प्रयास किया। यहां मिली खबरों के मुताबिक अब तक आंदोलन का प्रमुख केंद्र रहे इंदौर जिले के कई हिस्से पूरी तरह बंद हैं। किसानों की गतिविधियों से जुड़े इंदौर के राऊ, सांवेर, मांगलिया, देवगुराड़िया आदि क्षेत्रों में बंद का व्यापक, जबकि मुख्य बाजारों में बंद का मिला-जुला असर है। वहां प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद ऐहतियातन कुछ स्थानों पर सार्वजनिक परिवहन प्रणाली की बसों की आवाजाही प्रभावित रही। इंदौर में आज सुबह से कांग्रेस के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर कर व्यापारियों से प्रतिष्ठान बंद रखने की अपील करते रहे। इंदौर से सटे उज्जैन में भी व्यापारियों ने शांतिपूर्ण बंद किया है। सुबह कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर मोटरसाइकिलों से निकलते हुए लोगों से अपने प्रतिष्ठान बंद करने की अपील की। इसके अलावा ग्वालियर, शाजापुर, आगरमालवा, धार, खरगौन, बडवानी, खंडवा, बुरहानपुर, सीहोर, गुना, राजगढ़ और पश्चिमी मध्यप्रदेश के अन्य हिस्सों में भी बंद का मिलाजुलआ असर होने की खबरें पहुंची हैं। सीहोर में कल किसानों के प्रदर्शन के बाद आज जिले के आष्टा में व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे हैं, जबकि इछावर और जिला मुख्यालय इससे कम प्रभावित दिखाई दिए। अब तक उग्र आंदोलन का सामना कर रहे नीमच और मंदसौर के करीबी रतलाम में बंद का मिला-जुला असर दिखा। महाराष्ट्र की सीमा से लगे बड़वानी में भी बंद का मिला-जुला असर देखने को मिला। जिले के बोरलाय में आज किसानों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंदसौर की घटना पर विरोध प्रदर्शन करते हुए खंडवा-बड़ोदरा राजमार्ग पर चक्काजाम कर कलेक्टर तेजस्वी नायक को ज्ञापन सौंपा। वहीं सेंधवा में भी कांग्रेस ने रैली निकाली।

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