पेरिस, आठ जून, रोहन बोपन्ना ने आज यहां कनाडा की अपनी जोड़ीदार गैब्रियला डाब्रोवस्की के साथ मिलकर फ्रेंच ओपन मिश्रित युगल ट्राफी जीतकर अपना पहला ग्रैंडस्लैम खिताब हासिल किया। वह ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाले चौथे भारतीय बन गये हैं। बोपन्ना और डाब्रोवस्की की सातवीं वरीयता प्राप्त जोड़ी ने फाइनल में शानदार वापसी की। उन्होंने दो मैच प्वाइंट बचाकर जर्मनी की अन्ना लेना गोरेनफील्ड और कोलंबिया के राबर्ट फराह को 2-6, 6-2, 12-10 से हराया। बोपन्ना ने जीत के बाद कहा, ‘‘हम दूसरे सेट में थोड़ा सहज होकर खेले और हमने अपना नैसर्गिक खेल खेलना शुरू किया। मुझे लगता है कि हमने एक टीम के तौर पर बहुत कुछ करने का प्रयास किया। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह फाइनल था और इसलिए हमने अपनी तरफ से रिटर्न या फिर सर्विस पर जरूरत से ज्यादा जोर दिया। पहले सेट के बाद हमने जो सर्वश्रेष्ठ कर सकते थे उस पर ध्यान दिया। हमने एक दूसरे का हौसला बढ़ाया। इससे अंतर पैदा हुआ। एक बार सहज होने के बाद हमने बेहतर टेनिस खेली। ’’ भारत और कनाडा की जोड़ी पहले सेट में एक समय दो अंक से पीछे थी लेकिन गोरेनफील्ड और फराह ने मौका गंवा दिया। बोपन्ना और डाब्रोवस्की ने इसका पूरा फायदा उठाया और फिर दो मैच प्वाइंट हासिल किये तथा जर्मनी की खिलाड़ी के डबल फाल्ट खिताब अपने नाम किया। यह केवल दूसरा अवसर है जबकि बोपन्ना अपने करियर में ग्रैंडस्लैम के फाइनल में पहुंचे थे। उन्होंने 2010 में पाकिस्तान के ऐसाम उल हक कुरैशी के साथ मिलकर यूएस ओपन के फाइनल में जगह बनायी थी जहां उन्हें ब्रायन बंधुओं बाब और माइक से हार का सामना करना पड़ा था। बोपन्ना से पहले केवल लिएंडर पेस, महेश भूपति और सानिया मिर्जा ही भारत के लिये ग्रैंडस्लैम खिताब जीत पाये हैं।
गुरुवार, 8 जून 2017
बोपन्ना ने फ्रेंच ओपन में जीता पहला ग्रैंडस्लैम खिताब
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