बीपीएल में शामिल ललन ने लालू की पुत्री को दान में दी जमीन: सुशील - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 11 जून 2017

बीपीएल में शामिल ललन ने लालू की पुत्री को दान में दी जमीन: सुशील

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पटना 10 जून, बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधानमंडल दल के नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव उनके परिवार पर बेनामी संपत्ति को लेकर आज एक और खुलासा करते हुए कहा कि गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) की सूची में शामिल ललन चौधरी ने श्री यादव की पुत्री हेमा यादव को भी पटना की कीमती जमीन दान में दी है । श्री मोदी ने राजद अध्यक्ष श्री यादव की पांचवी पुत्री हेमा यादव को श्री चौधरी के दान में दिये गये पटना के दानापुर स्थित जमीन का दस्तावेजी प्रमाण उपलब्ध कराते हुए पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बीपीएल सूची में शामिल दानवीर ललन ने 62 लाख रुपये मूल्य की 7.75 डिसमिल जमीन दान में दी है । यह जमीन ललन ने 13 फरवरी 2014 को राजद अध्यक्ष की पुत्री के नाम किया है । भाजपा नेता ने कहा कि सीवान जिले के बड़हरिया गांव के रहने वाले ललन ने 25 जनवरी 2014 को 30 लाख 80 हजार रुपये मूल्य की पटना स्थित 2.5 डिसमिल जमीन राजद अध्यक्ष की पत्नी एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती राबड़ी देवी को दान में दे दी थी । श्रीमती राबड़ी देवी को जमीन दान में देने के मात्र 18 दिन बाद ही श्री चौधरी ने राजद अध्यक्ष की पुत्री को दूसरी जमीन दान में दी है ।


श्री मोदी ने कहा कि दानवीर चौधरी द्वारा यह जमीन 29 मार्च 2008 को श्री विशुनदेव राय से मात्र चार लाख 21 हजार रुपये में खरीदी गयी थी। उन्होंने कहा कि आठ वर्ष में इस जमीन का मूल्य करीब 15 गुणा बढ़ गया और चार लाख 21 हजार की जमीन का मूल्य 62 लाख रुपये दिखाया गया। उन्होंने कहा कि श्री चौधरी ने 62 लाख की जमीन ही राजद अध्यक्ष की पुत्री को नहीं दिया बल्कि छह लाख 28 हजार 575 रुपये का स्टांप ड्यूटी तथा निबंधन शुल्क भी चलान के माध्यम से भारतीय स्टेट बैंक की पटना स्थित मुख्य शाखा में नगद जमा कराया ।
भाजपा नेता ने कहा कि श्री चौधरी ने दान देते समय डीड में जो राजद अध्यक्ष की पत्नी श्रीमती राबड़ी देवी के समय लिखा था कि वही बाते हेमा के भी डीड में लिखा गया है । डीड में लिखा गया है कि वह उनके काफी नजदीक हैं तथा उन्हें लंबे समय से जानते हैं एवं समय-समय पर उन्होंने आर्थिक मदद की है ,इसिलिये स्वेच्छा से यह जमीन दान कर रहे हैं । श्री मोदी ने कहा कि श्री चौधरी सीवान जिले के सियाडीह पंचायत में बीपीएल की सूची में शामिल हैं और उन्हे इंदिरा आवास भी आवंटित है । इंदिरा आवास की राशि से ही उन्होंने गांव में मकान बनाया है । उन्होंने कहा कि श्री चौधरी के संबंध में गांव वालों ने बताया कि 20 वर्षों से राजद अध्यक्ष श्री यादव के गौशाला में जानवरों को चारा खिलाने का काम करते हैं । 


भाजपा नेता ने सवालिया लहजे में कहा कि बीपीएल सूची में शामिल श्री चौधरी के पास एक करोड़ की संपत्ति कहा से आयी जिसकी आज कीमत पांच करोड़ से कम नहीं है । श्री चौधरी ने अपनी करोड़ों की संपत्ति पहले राजद अध्यक्ष की पत्नी और फिर बाद में उनकी पुत्री को दान क्यों कर दिया। उन्होंने कहा कि राजद अध्यक्ष की पुत्री ने श्री चौधरी की क्या आर्थिक मदद की जिसके एवज में उन्हें जमीन दान में दे दी गयी । श्री मोदी ने कहा कि अभी तक राजद अध्यक्ष श्री यादव ने दानवीर चौधरी को मीडिया के समक्ष उपस्थित नहीं कर पाये हैं । प्रदेश के लोग श्री चौधरी के संबंध में जानना चाहते हैं । उन्होंने आरोप लगाया कि राजद अध्यक्ष ने रेल मंत्री के पद पर रहते हुए 2004 से 2009 के बीच रेलवे में नियुक्ति करवायी थी जिसमें विशुनदेव राय और रत्नेश्वर यादव के परिवार के सदस्य भी शामिल हैं । भाजपा नेता ने कहा कि राजद अध्यक्ष ने रेलवे में नौकरी दिलवाने या अन्य काम के एवज में अपने विश्वासी नौकर बीपीएल की सूची में शामिल श्री चौधरी के नाम से पटना शहर की कीमती जमीन मुफ्त में लिखवा ली थी। करोड़ों की इन जमीनों को छह साल बाद श्री चौधरी से दान में अपनी पत्नी और पुत्री के नाम पर लिखवाकर श्री यादव ने परिवार के कब्जे में कर लिया । उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जानकारी आयकर विभाग को दी जायेगी । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसकी जांच करवानी चाहिए। 

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