जीएसटी लांचिंग समारोह में शामिल होने को लेकर महागठबंधन में अलग-अलग राय - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 30 जून 2017

जीएसटी लांचिंग समारोह में शामिल होने को लेकर महागठबंधन में अलग-अलग राय

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पटना 29 जून, राष्ट्रपति चुनाव की उम्मीदवारी के मुद्दे पर बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन में मचे घमासान के बाद वस्तु एवं सेवाकर ( जीएसटी ) लांचिंग समारोह को लेकर एक बार फिर महागठबंधन में अलग-अलग राय उभकर सामने आयी है।  महागठबंधन के बड़े घटक राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस जहां संसद के एतिहासिक सेंट्रल हॉल में कल जीएसटी की लांचिंग के लिए होने वाले समारोह का मुखर विरोध कर रहे हैं वहीं जनता दल यूनाइटेड(जदयू) इसके समर्थन में हैं। बिहार के मुख्यमंत्री एवं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने जीएसटी को एक क्रांतिकारी कदम बताया और कहा कि इससे कर प्रणाली में पारदर्शिता आयेगी। श्री कुमार ने कहा कि सभी दलों को जीएसटी का समर्थन करना चाहिए। उनकी पार्टी ने केन्द्र की तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कार्यकाल में भी इसका समर्थन किया था। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी अभी भी इसका समर्थन कर रही है। 


महागठबंधन की सरकार में जदयू कोटे से वाणिज्य कर एवं ऊर्जा मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव संसद के एतिहासिक सेंट्रल हॉल में आयोजित होने वाले लांचिंग समारोह में शामिल होने के लिये कल रवाना होंगे। वहीं, महागठबंधन के बड़े घटक राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और कांग्रेस आला कमान के निर्देश पर जीएसटी लांचिंग समारोह में उनकी पार्टी शामिल नहीं होगी। राजद का मानना है कि जीएसटी पर समर्थन दिये जाने के बावजूद नरेन्द्र मोदी सरकार सिर्फ अपना श्रेय लेने के लिये इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन कर रही है । यह तत्कालीन अलट बिहारी वाजपेयी सरकार के कार्यकाल में “इंडिया शाइनिंग” की याद दिलाता है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रपति चुनाव के लिये राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग) के उम्मीदवार और बिहार के पूर्व राज्यपाल रामनाथ कोविंद को समर्थन दिया था जबकि राजद और कांग्रेस ने 17 विपक्षी दलों के उम्मीदवार और बिहार की बेटी तथा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता मीरा कुमार को सर्वोच्च पद के उम्मीदवार के रूप में समर्थन देने की घोषणा की थी। राजद अध्यक्ष श्री यादव के अनुरोध किये जाने के बाद भी श्री कुमार ने अपने फैसले पर पुनर्विचार से इंकार करते हुए कहा था कि यह सोच समझ कर लिया गया फैसला है और राष्ट्रपति चुनाव को राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए। 

इस बीच बिहार के पूर्व वित्त एवं वाणिज्य कर मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि 30 जून की मध्य रात्रि में संसद के एतिहासिक सेन्ट्रल हॉल में आयोजित जीएसटी लांचिंग समारोह में वह भाग लेंगे। जीएसटी के लिये गठित राज्यों के वित्त मंत्रियों की प्राधिकृत समिति के पूर्व अध्यक्ष के रूप में उन्हें आमंत्रित किया गया है। श्री मोदी ने जीएसटी को शुरू से ही समर्थन देने के लिये बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं वाणिज्यकर मंत्री विजेन्द्र प्रसाद को धन्यावाद दिया है। वहीं, जीएसटी के विरोध के लिये उन्होंने राजद तथा लांचिंग समारोह के बहिष्कार के लिये कांग्रेस की कड़ी आलोचना की है। पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि संप्रग सरकार के दो-दो वित्त मंत्रियों ने जीएसटी की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया था । कांग्रेस शासित छह राज्यों के साथ ही देश के सभी राज्यों ने जीएसटी विधेयक पारित किया है। उन्होंने कहा कि ऐसे में ‘एक राष्ट्र, एक कर और एक बाजार’ के इस महाअभियान के शुभारंभ समारोह का बहिष्कार करना कांग्रेस की घटिया मानसिकता का परिचायक है। 

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