खान निरीक्षक दिलीप कु0 तांती ने सहायक खनन पदाधिकारी, दुमका के रुप में अपना योगदान दिया
प्रभारी सहायक खनन पदाधिकारी, दुमका के रूप में दिलीप कुमार तांती (खान निरीक्षक) ने 22 जून 2017 को दुुमका में अपना पदभार ग्रहण कर लिया। उद्योग, खान एवं भूतत्व विभाग, झारखण्ड की अधिसूचना सं0- राज0 स्था0 (क्षे0)- 13/ 2011 खण्ड 1677 के तहत प्रभारी सहायक खनन पदाधिकारी, रामगढ़ के रुप में कार्य कर रहे श्री तांती को अगले आदेश तक के लिये दुमका में पदस्थापित किया गया है। नये सहायक खनन पदाधिकारी के रुप में दिलीप कु0 तांती के दुमका में आने से बाद जहां एक ओर अवैध पत्थर खनन माफियाओं में हड़कंप मची हुई है, वहीं दूसरी ओर भ्रष्टाचार की गंगा में गोता लगाने वाले पूर्व सहायक खनन पदाधिकारी से लिगल पत्थर खनन कार्य करने वाले व्यवसायियों ने राहत की सांस ली है। मालूम हो नव पदस्थापित सहायक खनन पदाधिकारी श्री तांती रामगढ़ से पूर्व संपप्र के देवघर जिले में भी सफलता पूर्वक अपना कार्यकाल पूरा किया है। इसी तरह महेन्द्र प्रसाद (खान निरीक्षक) प्रभारी सहायक खनन पदाधिकारी गढ़वा को स्थानान्तरित करते हुए उप निदेशक, खान का कार्यालय, अंचल कार्यालय दुमका में अगले आदेश तक पदस्थापित किया गया है। निवर्तमान सहायक खनन पदाधिकारी एस एन बिद्यार्थी दुमका में इस पद पर अतिरिक्त प्रभार में थे। उप निदेशक, भूतत्व के अतिरिक्त प्रभार में भी श्री बिद्यार्थी की प्रतिनियुक्ति थी। इस विभाग में भी नये पदाधिकारी की पदस्थापना हो चुकी है। मूलतः सहायक निदेशक, भूतत्व, दुमका के पद पर आसीन श्री बिद्यार्थी से इस प्रकार उपरोक्त दोनों ही पदों का अतिरिक्त प्रभार स्वतः समाप्त हो जाएगा।
नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री को इस्तिफा दे देना चाहिए-राजद जिलाध्यक्ष
सूबे में राज्यसभा चुनाव के दौरान हाॅर्स ट्रेडिंग के मामले में चुनाव आयोग ने शिकायत पर संज्ञान लेते हुए मामले को सही माना। शिकायत को सही पाकर चुनाव आयोग ने मुख्यमंत्री के सलाहकार अजय कुमार व एडीजी अनुराग गुप्ता पर कार्रवाई का आदेश दिया है। इस प्रकार नैतिकता के आधार पर सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास को भी अपने पद से इस्तिफा दे देना चाहिए। राजद की दुमका इकाई के जिलाध्यक्ष अमरेन्द्र कुमार यादव ने उपरोक्त बातें कही। श्री यादव ने कहा कि इस तरह मुख्यमंत्री की भूमिका भी स्पस्ट उजागर होती है। राज्यसभा चुनाव में सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग व भ्रष्टाचार उजागर होने पर सरकार की पोल खुल चुकी है। उन्होंने कहा नैतिकता का तकाजा है की मुख्यमंत्री को अविलंब इस्तीफा दे देना चाहिए। श्री यादव ने कहा कि दुमका की विधायक व सूबे में समाज कल्याण मंत्री डा0 लुईस मरांडी के पेट्रोल पंप मामले में दोहरा लाभ लेने का मामला उजागर होने तथा विधानसभा चुनाव नामांकन के दौरान प्राध्यापक की नौकरी करने की बात छुपा कर उन्होंने असंवेधानिक कार्य किया है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें