भोपाल..इंदौर, छह जून, मध्यप्रदेश चल रहे किसान आंदोलन के दौरान आज मंदसौर जिले में पांच लोगों की मौत हो गयी और दो अन्य घायल हो गये। इस घटना के बाद प्रशासन ने तनावग्रस्त क्षेत्र में कफ्र्यू लगा दिया और जिले के शेष इलाकों में निषेधाज्ञा लागू कर दी। कृषि उत्पादों के उचित मूल्य और अन्य मांगों को लेकर किसान गत एक जून से पश्चिमी मध्यप्रदेश में आंदोलन कर रहे हैं। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मृतकों के शरीर पर कथित तौर पर गोली के निशान हैं लेकिन जिला प्रशासन ने किसानों के उग्र होने के बावजूद उन पर पुलिस फायरिंग से इंकार किया है। कलेक्टर एस के सिंह ने इस घटना में पांच लोगों की मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि इसकी न्यायिक जांच कराने के आदेश दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस को आंदोलन कर रहे किसानों पर किसी भी स्थिति में गोली नहीं चलाने के आदेश दिये गये थे। उन्होंने बताया कि मरने वालों की पहचान मंदसौर के रहने वाले कन्हैयालाल पाटीदार, बबलू पाटीदार, चेन सिंह सिंह पाटीदार, अभिषेक पाटीदार और सत्यनारायण के तौर पर की गयी है। अभिषेक और सत्यनारायण ने इलाज के लिये इन्दौर ले जाते वक्त दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि घटनास्थल वाले जिले के तनावग्रस्त पिपल्यामंडी पुलिस थाना क्षेत्र में कफ्र्यू लगाया गया है तथा शेष पुलिस थाना क्षेत्रों में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गयी है। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सिंह ने बताया, ‘‘पुलिस ने हमें बताया कि पुलिस ने न तो गोली चलाई और न ही गोली चलाने के आदेश दिये।’’ उन्होंने बताया कि मृतकों के पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी करायी जा रही है। रिपोर्ट के बाद ही उनकी मौत का सही कारण मालूम हो सकेगा। पीड़ित परिवारों को शासन की ओर से आर्थिक सहायता दी जायेगी। एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार किसानों ने पिपल्यामंडी के पाश्र्वनाथ इलाके में पथराव करने के बाद 10 वाहनों को आग लगा दी और किसान बेहद उग्र हो गये।
मंगलवार, 6 जून 2017
Home
अपराध
देश
मध्य प्रदेश
किसान आंदोलन के दौरान मंदसौर में पांच किसानों की मौत, तनावग्रस्त इलाके में लगा कर्फ्यू
किसान आंदोलन के दौरान मंदसौर में पांच किसानों की मौत, तनावग्रस्त इलाके में लगा कर्फ्यू
Tags
# अपराध
# देश
# मध्य प्रदेश
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
मध्य प्रदेश
Labels:
अपराध,
देश,
मध्य प्रदेश
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें