पटना 24 जून, राष्ट्रपति चुनाव को लेकर बिहार में सत्तारूढ़ महागबंधन के घटक राष्ट्रीय जनता दल(राजद) , जनता दल यूनाइटेड(जदयू) और कांग्रेस में अब तकरार और बढ़ गयी है । महागठबंधन के बड़े घटक राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता एवं विधायक भाई वीरेन्द्र ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाया और कहा कि वह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की गोद में खेल रहे हैं । श्री कुमार कुछ अलग खिचड़ी पका रहे हैं जिसे प्रदेश की जनता समझ रही है । उन्होंने कहा कि श्री कुमार ने राष्ट्रपति पद के लिये राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) उम्मीदवार का समर्थन कर विपक्षी एकजुटता को कमजोर करने का काम किया है। राजद विधायक ने श्री कुमार का नाम लिये बगैर कहा कि उनके चेहरे पर लगा नकली मुखौटा को शीघ्र ही हटाकर जनता के सामने बेनकाव किया जायेगा । चुनाव से पहले मैदान छोड़ने का कोई मतलब ही नहीं है । उन्होंने कहा कि विधानसभा के चुनाव में उनकी पार्टी को देखते हुए प्रदेश के लोगों ने बड़ा जनादेश दिया जिसका फायदा श्री कुमार उठा रहे हैं ।
वहीं जदयू के राष्ट्रीय महासचिव एवं विधायक श्याम रजक ने राजद विधायक के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी पार्टी के पास कोई दवा नहीं जिसे अपने सहयोगियों का इलाज कर सकें । जदयू ने सोच समझ कर ही राजग के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का समर्थन करने का निर्णय लिया है । जदयू के ही प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा के चुनाव के लिये भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) को चुनौती देने की विपक्षी दलों ने निराशाजनक शुरूआत की है । यह जानते हुए भी चुनाव होने की स्थिति में विपक्षी दलों की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मीरा कुमार जीत नहीं पायेगी इसके बावजूद उन्हें उतारना हारने के लिये विवश करना हैं । उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों ने ऐसी पृष्ठभूमि तैयार कर दी है कि श्रीमती कुमार की हार हो जाये । दूसरी ओर निबंधन मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अब्दुल जलील मस्तान ने कहा कि समय से पहले हार और जीत का कोई मतलब नहीं होता है । खेल के बाद ही हार या जीत का निर्णय होता है । उन्होंने कहा कि पहले हार और जीत पर जो बात करता है वह सही नहीं है ।
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