पटना 24 जून, बिहार भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) विधान मंडल दल के नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि राष्ट्रपति चुनाव को विचारधारा की लड़ाई बताने वाले नेताओं को यह स्पष्ट करना चाहिए कि सत्ता का दुरुपयोग कर घोटाले करना और काम के बदले लोगों की करोड़ों की जमीन लिखवा कर बेनामी सम्पत्ति बनाना कौन-सी विचारधारा है। श्री मोदी ने यहां कहा कि राष्ट्रीय जनता दल(राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव किस सिद्धांत के तहत लगातार 18 बार से पार्टी के अध्यक्ष चुने जा रहे हैं। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि राम मनोहर लोहिया और लोक नायक जयप्रकाश नारायण का नाम लेने वाले लोगों ने गैर-कांग्रेसवाद को भूल कर सोनिया गांधी से क्यों हाथ मिला लिया। भाजपा नेता ने कहा कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव को राजनीति में आये अभी जुमा-जुमा चार रोज हुआ है और वह महागठबंधन के नेता तथा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान पर बेतुकी टिप्पणी कर उनका अपमान कर रहे हैं। श्री यादव विधायक बनने के बाद पहली बार राष्ट्रपति का चुनाव देख रहे हैं, इसलिए उन्हें पता नहीं है कि इसमें जीत-हार कैसे तय होती है।
श्री मोदी ने कहा कि उप मुख्यमंत्री श्री यादव को यह समझना चाहिए कि राष्ट्रपति चुनाव क्रिकेट की तरह अनिश्चित हार-जीत का खेल नहीं है। जब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग) प्रत्याशी रामनाथ कोविंद के समर्थन में 28 दल, 20 मुख्यमंत्री और 65 प्रतिशत निश्चित मत सामने है, तब राजद अध्यक्ष श्री यादव कांग्रेस की गोद में बैठकर बिहार की बेटी मीरा कुमार का अपमान कराने पर उतारू क्यों हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बाबू जगजीवन राम को भी अपमानित किया था, इसलिए वह लोकनायक जयप्रकाश नारायण के साथ आ गए थे। भाजपा नेता ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में करारी हार को साफ देख कर बौखलाये राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह और राजद के ही विधायक भाई वीरेंद्र राज्य के मुख्यमंत्री श्री कुमार के लिए धोखेबाज-पलटीमार जैसे ओछे शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं। ऐसे में जनता दल यूनाइटेड(जदयू ) को तय करना है कि वह अपमान का घूंट पीकर कब तक सत्ता में बने रहना चाहता है। श्री मोदी ने कहा कि मॉल,मिट्टी और 1000 करोड़ रूपये के बेनामी सम्पत्ति के मामले में फंसे राजद अध्यक्ष श्री यादव और उनके परिवार के लोग अब संतुलन खो चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने राजद अध्यक्ष श्री यादव के सामने ही पार्टी कार्यकर्ता सनोज यादव की लात-जूतों से पिटायी कर दी थी । उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या यह सिद्धांत की राजनीति है।
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